सार
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जापान में प्रवासी समुदाय को भारत के विकास का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया और पहले से ही मजबूत द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी की प्रशंसा की।
तोक्यो. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जापान में प्रवासी समुदाय को भारत के विकास का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया और पहले से ही मजबूत द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी की प्रशंसा की। जापान में भारत के राजदूत संजय कुमार वर्मा द्वारा आयोजित समारोह में भारतीय प्रवासी समुदाय को संबोधित करते हुए कोविंद ने कहा कि भारत बदलाव की राह पर है। जापान के सम्राट नारुहितो के राज्याभिषेक समारोह में भाग लेने वाले राष्ट्रपति ने कहा कि जापान के साथ भारत के सांस्कृतिक संबंध गहरे और ऐतिहासिक हैं।
तेजी से बढ़ रही है भारत की अर्थव्यवस्था
उन्होंने कहा, ‘‘हम बौद्ध धर्म से लेकर हिंदू धर्म तक आध्यात्मिक और धार्मिक जुड़ाव साझा करते हैं। हमारा सामरिक, राजनीतिक, सुरक्षात्मक और आर्थिक सहयोग नयी ऊंचाई पर है।’’ भारत की अर्थव्यवस्था में बदलाव में जापान उसका अग्रणी साझेदार रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। हम तेजी से नया बुनियादी ढांचा खड़ा कर रहे हैं। हम डिजिटल अर्थव्यवस्था, नयी प्रौद्योगिकियों और जलवायु परिवर्तन कार्यों पर दुनिया का नेतृत्व करने की कोशिश कर रहे हैं।’’
प्रवासी भारतीयों से किया आव्हान
प्रवासी भारतीय को आमंत्रित करते हुए कोविंद ने कहा कि भारत उसकी प्रगति और समृद्धि में समुदाय के भाग लेने के लिए अपार अवसर मुहैया कराता है। उन्होंने कहा कि भारत ‘‘हमारी दूरदृष्टि और सपनों का भारत, प्रगति और समृद्धि से लाखों घरों को जगमग करने का वादा करने वाले भारत, एक व्यक्ति तथा सभी की परवाह करने वाले भारत का निर्माण करने के लिए’’ उनका समर्थन मांगता है।
उन्होंने कहा कि मुंबई से लेकर अहमदाबाद तक उच्च गति वाली रेल परियोजना में जापान की भागीदारी दोनों देशों के बीच गहन परस्पर विश्वास और मित्रता का प्रतीक है। कोविंद ने कहा, ‘‘प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए हमने भारत-जापान डिजिटल साझेदारी स्थापित की।’’ राष्ट्रपति फिलीपीन की पांच दिवसीय यात्रा खत्म करने के बाद सोमवार को यहां पहुंचे।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)