सार

69 वर्षीय पीएम खान एक गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं और अगर कुछ साथी पक्ष बदलने का फैसला करते हैं तो उन्हें हटाया जा सकता है। उन्हें अपने लगभग दो दर्जन सांसदों और सहयोगी दलों द्वारा विद्रोह का सामना करना पड़ रहा है, जो उन्हें समर्थन देने के लिए अनिच्छुक हैं।
 

नई दिल्ली। पाकिस्तान में सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है। एक ओर विपक्ष, इमरान खान सरकार (Imran Khan Government) को गिराने के लिए जोर आजमाईश कर रहा है तो दूसरी ओर इमरान खान अपनी कुर्सी बचाने के लिए जनता के बीच पहुंच रहे हैं। अविश्वास प्रस्ताव के पहले प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) ने रविवार को बड़ी रैली कर विपक्ष को पाकिस्तान की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार ठहराया है। विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोलते हुए पीएम इमरान खान ने कहा कि पिछले 30 साल से देश को तीन चूहे लूट रहे हैं। इन्हीं लोगों की वजहों से पाकिस्तान दुर्दशा झेल रहा है। 

विदेशों से धन आ रहा सरकार गिराने के लिए...

देश भर से आए समर्थकों की रैली को संबोधित करते हुए, पीएम खान ने दावा किया कि उनकी सरकार को हटाने के लिए विदेशी साजिश रची जा रही है। विदेशों से पाकिस्तान को धन दिया जा रहा है कि इमरान सरकार को हटाया जाए। उन्होंने कहा, "हमें लिखित में धमकी दी गई है लेकिन हम राष्ट्रीय हितों से समझौता नहीं करेंगे।"

विपक्ष सांसदों को खरीदने की कर रहा कोशिश...

इमरान खान ने अपने पार्टी के सांसदों को विपक्ष द्वारा खरीदने की कोशिश का भी आरोप लगाया गया है। उन्होंने अपने सांसदों की तारीफ करते हुए कहा उन्हें अपने सांसदों पर गर्व है कि वह कोशिशों के बावजूद बिकने के प्रस्तावों को ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने उनके सांसदों को वोट के बदले नोट का प्रस्ताव दिया था लेकिन पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (Tehreek-e-Insaf) के सांसदों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया।

रैली में इस्तीफा का अफवाह...

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के पहले इस्लामाबाद में रविवार की शाम इमरान खान ने विशाल रैली की है। कयास लगाया जा रहा था कि सरकार को समर्थन दे रहे दलों के समर्थन वापस लेने के बाद रैली में इमरान खान सार्वजनिक तौर पर इस्तीफे का ऐलान करेंगे। लेकिन विशाल जनसमूह के सामने उन्होंने इस्तीफा देने की बजाय विपक्ष के नेताओं पर जमकर निशाना साधा। 

8 मार्च को इमरान के खिलाफ आया था अविश्वास प्रस्ताव

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के इस्लामाबाद में लंबे मार्च के बाद विपक्ष ने 8 मार्च को इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। पाकिस्तान के पीएम को हटाने के लिए एकजुट हुए विपक्ष को भरोसा है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कई सांसद समर्थन करेंगे।

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