पुतिन ने ज़ेलेंस्की के साथ इस्तांबुल में शांति वार्ता का निमंत्रण ठुकरा दिया है। मेडिंस्की रूसी शांति वार्ता दल का नेतृत्व करेंगे। ट्रम्प भी वार्ता में शामिल नहीं होंगे।

क्रेमलिन: क्रेमलिन ने स्पष्ट किया है कि पुतिन इस्तांबुल में शांति वार्ता के लिए नहीं जाएँगे। व्लादिमीर ज़ेलेंस्की के साथ इस्तांबुल में आमने-सामने शांति वार्ता करने के निमंत्रण को पुतिन ने ठुकरा दिया है। बुधवार रात तक रूस ने स्पष्ट कर दिया कि पुतिन तुर्की में होने वाली शांति वार्ता में हिस्सा नहीं लेंगे। व्लादिमीर मेडिंस्की शांति वार्ता दल का नेतृत्व करेंगे। 2022 में रूस और यूक्रेन के बीच हुई बातचीत का नेतृत्व करने वाले मेडिंस्की पुतिन के कट्टर समर्थक हैं।

रूस की घोषणा के बाद, डोनाल्ड ट्रम्प ने भी शांति वार्ता में शामिल न होने की बात कही। इससे पहले संकेत मिले थे कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प रूस-यूक्रेन शांति वार्ता के लिए तुर्की जाएँगे। रूस ने बताया है कि अति-रूढ़िवादी खेमे से आने वाले रूसी संस्कृति मंत्री व्लादिमीर मेडिंस्की के साथ उप गृह मंत्री अलेक्जेंडर फोमिन, उप विदेश मंत्री मिखाइल गालुज़ी और रूसी सैन्य खुफिया प्रमुख इगोर कोस्त्युकोव भी वार्ता में शामिल होंगे।

व्लादिमीर मेडिंस्की को वार्ता की ज़िम्मेदारी सौंपे जाने से संकेत मिलता है कि रूस 2022 की इस्तांबुल वार्ता की तर्ज पर फिर से बातचीत शुरू करने की कोशिश कर रहा है। 2022 की इस्तांबुल वार्ता में यूक्रेन की सैन्य क्षमता को सीमित करने और पश्चिमी देशों के समर्थन से यूक्रेन के पुनर्निर्माण को रोकने जैसे प्रस्ताव रखे गए थे। यूक्रेन इसे मानने को तैयार नहीं था। गौरतलब है कि रूस इस वार्ता के लिए सऊदी अरब और अमेरिका के साथ हुई पिछली उच्च-स्तरीय शांति वार्ताओं में शामिल होने वाले अपने सबसे वरिष्ठ राजनयिकों को नहीं भेज रहा है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रम्प के साथ ज़ेलेंस्की की मुलाकात के बाद पुतिन पर शांति वार्ता में सीधे तौर पर शामिल होने का दबाव था।

व्लादिमीर ज़ेलेंस्की तुर्की के राष्ट्रपति तैय्यप एर्दोगन से मुलाकात करने के लिए तुर्की की यात्रा पर हैं। यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शांति से इनकार करने के रूस के फैसले की उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। पुतिन और ज़ेलेंस्की आखिरी बार 2019 में आमने-सामने मिले थे।