सार

रूस के इतिहास में ये पहली बार नहीं है, जब देश ने आतंकी हमलों का सामना किया है। इससे पहले भी रूस आतंकी हमले से जूझ चुका है। AFP की रिपोर्ट के मुताबिक रूस ने बीते 25 सालों में 6 बार आतंकवादी गतिविधियों का शिकार बन चुका है।

रूस में हुए आतंकी हमले। रूस मॉस्को रॉक कॉन्सर्ट में बड़े पैमाने पर गोलीबारी और आग लगने की घटना से जूझ रहा है। इस हमले को सरकार ने आतंकवादी हमला करार दिया है। इस हमले में अब तक 60 लोगों के मारे जाने की खबर है और लगभग 145 लोग घायल हो चुके हैं। इस हमले के बाद रूस सरकार आतंकवादियों की तलाश में जुट गया है। ये हमला ऐसे वक्त में किया गया है, जब रूस यूक्रेन के खिलाफ युद्ध लड़ रहा है। हालांकि, रूस के इतिहास में ये पहली बार नहीं है, जब देश ने आतंकी हमलों का सामना किया है। इससे पहले भी रूस आतंकी हमले से जूझ चुका है। AFP की रिपोर्ट के मुताबिक रूस ने बीते 25 सालों में 6 बार आतंकवादी गतिविधियों का शिकार बन चुका है।

ये है वो आतंकी हमले जिसे झेल चुका है रूस

अपार्टमेंट इमारत पर बमबारी: ये हमला साल 1999 में 13 सितंबर को हुआ था। इस हमले के दौरान लगभग 118 लोगों की मौत हो चुकी थी। ये हमला दक्षिण पूर्वी मॉस्को में एक आठ मंजिला अपार्टमेंट में हुआ था, जिसमें बम विस्फोट किया गया था। ये हमला अपार्टमेंट पर हुए पांच हमलों में से एक था, जिसमें मॉस्को और दक्षिणी रूस में दो सप्ताह की अवधि में कुल 293 लोग मारे गए थे। इसके लिए रूस मुख्य रूप से मुस्लिम उत्तरी काकेशस गणराज्य चेचन्या के अलगाववादी आतंकवादियों पर हमलों का आरोप लगाता है। इसके लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चेचन्या में अलगाववादी विद्रोह को कुचलने के लिए कई तरह से ऑपरेशन चलाते हैं।

थिएटर बंधक: 23 अक्टूबर 2002 को एक संगीत कार्यक्रम के दौरान 21 पुरुष और 19 महिला चेचन विद्रोहियों के एक समूह ने मॉस्को के डबरोव्का थिएटर पर धावा बोल दिया था। इस दौरान उन्होंने 800 लोगों को बंधक बना लिया था। आतंकी और रूस सुरक्षा फोर्स के साथ लगातार 2 दिन और 3 रात तक संघर्ष जारी रहा था। इस दौरान रूसी फोर्स  हमलावरों पर काबू पाने के लिए थिएटर में गैस छोड़ते हैं और फिर उस पर धावा बोल देते हैं। इस दौरान लगभग 130 बंधकों की मौत हो जाती है और अधिकतर लोगों की मौत दम घुटने से हो जाती है।

रॉक कॉन्सर्ट पर हमला: 5 जुलाई 2003 को रूस द्वारा चेचन अलगाववादियों के रूप में पहचानी गई दो महिला आत्मघाती हमलावरों ने मॉस्को के पास तुशिनो हवाई क्षेत्र में एक रॉक कॉन्सर्ट के दौरान खुद को उड़ा लिया, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई और लगभग 50 अन्य घायल हो गए। इस हमले को उस वक्त अंजाम दिया गया था, जब सालाना क्रिल्या (विंग्स) फेस्टिवल में रॉक कॉन्सर्ट में भाग लेने के लिए लगभग 20 हजार लोग जमा हुए थे।

मेट्रो बम विस्फोट: चेचन समूह ने 6 फरवरी, 2004 की व्यस्त सुबह को खचाखच भरे मॉस्को मेट्रो में बम विस्फोट किया था। इस हमले में 41 लोगों की मौत हो गई थी।

मेट्रो सुसाइड: साल 2010 को 29 मार्च के दि  दो महिला आत्मघाती हमलावरों ने मॉस्को मेट्रो में खुद को उड़ा लिया था। इस आत्मघाती हमले में 40 लोगों को मौत हो गई थी। इस हमले में हमलावरों ने FSB के मुख्यालय के बगल में स्थित  लुब्यंका स्टेशन को निशाना बनाया था। दोनों हमलावरों की पहचान दागेस्तान के अस्थिर उत्तरी काकेशस क्षेत्र के रहने वालों के रूप में की गई थी। इस इलाके में चेचन विद्रोही नेता डोकू उमारोव का राज चलता है।

मॉस्को डोमोडेडोवो एयरपोर्ट अटैक:  मॉस्को डोमोडेडोवो अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में एक आत्मघाती हमलावर ने हमला किया था। ये हमला 24 जनवरी 2011 को किया गया था। इस हमले में 37 लोग मारे गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी काकेशस अमीरात समूह ने ली थी, जिसके नेता डोकू उमारोव है।

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