सार
24 फरवरी से रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध (Russia Ukraine War) के दौरान ऐसी कई तस्वीरें सामने आ रही हैं, जिसने सारी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। यूक्रेन के बुचा(Bucha) शहर और कीव में लाशों के ढेर नजर आ रहे हैं। आरोप है कि रूसी सेना ने बुचा में नागरिकों के हाथ बांधकर सिर में गोली मार दी। इस युद्ध को 4 अप्रैल को 40 दिन हो गए हैं।
वर्ल्ड न्यूज डेस्क. रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध (Russia Ukraine War) ने सारी दुनिया को चिंता में डाल दिया है। इस युद्ध को 4 अप्रैल को 40 दिन हो गए हैं। 24 फरवरी से रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध (Russia Ukraine War) के दौरान ऐसी कई तस्वीरें सामने आ रही हैं, जो दिल दहलाने वाली हैं। यूक्रेन ने रूसी सेना पर बुचा(Bucha) शहर और कीव में नरसंहार का आरोप लगाया है। हालांकि रूस ने बुका अत्याचारों(Bucha atrocities) के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार बताया है।
ओडेसा पर रातभर बरसाई मिसाइलें
रूसी सेना ने ओडेसा, मायकोलाइव(Odesa, Mykolaiv) पर रात भर हमला किया। मायकोलाइव मेयर ऑलेक्ज़ेंडर सेनकेविच(Oleksandr Senkevych) के अनुसार, रूस ने 4 अप्रैल की शुरुआत में कुछ मिसाइलों के साथ मायकोलाइव शहर पर हमला किया। हताहतों की संख्या या गंभीरता के बारे में अभी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। इससे पहले सुबह ओडेसा सैन्य प्रशासन के एक प्रवक्ता सर्गेई ब्रैचुक ने कहा कि ओडेसा को भी रात भर हवाई हमले का सामना करना पड़ा था।
कीव में मिले 410 शव
यूक्रेन की राजधानी कीव के पास के शहरों में 410 शव मिले हैं, लेकिन कुछ गवाह इतने डरे हुए हुए हैं कि वे कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। हालांकि रूस ने इस बात से इनकार किया है कि उसकी सेना ने बुचा में नागरिकों को मारा है। AFP न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अभियोजक-जनरल इरयना वेन्दिक्तोव(Prosecutor-General Iryna Vendiktov) ने राष्ट्रीय टेलीविजन इसकी पुष्टि की। बूचा के मेयर एंतोली फेडरोक ने शनिवार को खुलासा किया था कि सामूहिक कब्र में 280 शवों को दफनाया गया था। कीव ने कहा कि उसके हवाई बलों ने रूसी सेना द्वारा छोड़े गए चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र और बेलारूस के साथ सीमा के खंड के ठीक बाहर पिपरियात शहर पर अपना पूर्ण नियंत्रण कर लिया है।
रूस पर प्रतिबंधों की मांग
जर्मनी ने मांग उठाई है कि यूरोपीय संघ को रूसी गैस पर प्रतिबंध पर चर्चा करनी चाहिए। जर्मनी के रक्षा मंत्री ने कहा कि रूसी सेना पर कीव के पास अत्याचार करने का आरोप लगाने के बाद इस पर विचार करना चाहिए।बता दें कि रूस यूरोप की 40 प्रतिशत गैस की आपूर्ति करता है।
मानवीय कॉरिडोर
यूक्रेन के उप प्रधान मंत्री इरीना वीरेशचुक(Iryna Vereshchuk) ने रूसी सेना से घिरे मारियुपोल से ज़ापोरिज्जिया तक मानवीय गलियारे(humanitarian corridor from besieged Mariupol to Zaporizhzhia) की घोषणा की। मारियुपोल के निवासियों को 4 अप्रैल को कार से शहर छोड़ने की अनुमति दी गई थी। वीरेशचुक ने कहा-सेवेरोडनेट्स्क, पोपासना, लिसिचन्स्क, रुबिज़ने और लुहान्स्क ओब्लास्ट के न्याज़ने गांव से भी निकासी जारी है।