सार

रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध (Russia Ukraine War) को 2 अप्रैल को 38 दिन हो गए हैं। इस बीच पहली बार यूक्रेन ने रूस में घुसकर हमला किया है। यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने 17,700 रूसी सैनिकों को मार गिराया है। युद्ध से एक बड़ा मानवीय संकट पैदा हो गया है। यूक्रेन से 41 लाख लोग जा चुके हैं। काम-धंधे बंद होने से लोगों को नौकरियों से निकाला जा रहा है।

वर्ल्ड न्यूज डेस्क. युद्ध ने यूक्रेन में एक बड़ा मानवीय संकट खड़ा कर दिया है। रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध (Russia Ukraine War) को 2 अप्रैल को 38 दिन हो गए हैं। इस बीच पहली बार यूक्रेन ने रूस में घुसकर हमला किया है। यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने 17,700 रूसी सैनिकों को मार गिराया है। युद्ध से एक बड़ा मानवीय संकट पैदा हो गया है। यूक्रेन से 41 लाख लोग जा चुके हैं। काम-धंधे बंद होने से लोगों को नौकरियों से निकाला जा रहा है। पढ़िए मौजूदा हालात...

यह भी पढ़ें-पहली बार यूक्रेन ने रूस में घुसकर किया हवाई हमला, पकड़े जाने से बचने के लिए पायलट ने अपनाया यह तरीका

24 घंटे में 6000 लोगों को निकाला
यूक्रेन ने दावा किया है उसने 24 घंटे में 6,000 लोगों को निकाला  है। यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि शुक्रवार को मानवीय गलियारों के जरिए युद्ध की अग्रिम पंक्ति के शहरों से कुल 6,266 लोगों को निकाला गया। राष्ट्रपति कार्यालय के उप प्रमुख कायरलो टायमोशेंको ने कहा कि 3,071 लोगों ने मारियुपोल शहर को छोड़ दिया है।

यह भी पढ़ें-अमेरिका और नार्थ कोरिया में ठनी, तानाशाह के देश की पांच कंपनियों पर प्रतिबंध, जानिए क्या होगा इससे प्रभाव

पहली बार यूक्रेन ने रूस में घुसकर किया हमला
युद्ध में पहली बार यूक्रेन ने रूस में घुसकर एयर स्ट्राइक की है। उसने बेलगोरोद शहर का क्रूड ऑयल डिपो तबाह करने का दावा किया है। इससे लाखों गैलन फ्यूल में आग भड़क उठी। युद्ध के बीच शांति समझौते के लिए ऑनलाइन बातचीत भी जारी है। संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी कार्यालय के उच्चायुक्त(U.N. High Commissioner for Refugees office) के अनुसार रूस के आक्रमण शुरू करने के बाद से 41 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर जा चुके हैं।  

यह भी पढ़ें-रूस की ताकत से डरा US या वास्तव में Moscow के साथ तनाव न बढ़े इसलिए Minuteman III मिसाइल टेस्टिंग रोकी

यूक्रेन ने सेना का रिजर्व फंड बढ़ाया
इस बीच यूक्रेन सरकार ने सेना के रिजर्व फंड को बढ़ाकर 2.5 अरब डॉलर कर दिया है। प्रधान मंत्री डेनिस शमीहाल(Denys Shmyhal) के अनुसार, यूक्रेन की सेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए कई सरकारी कार्यक्रमों में कटौती की जाएगी। 

यूक्रेन में उद्योग नष्ट
युद्ध के चलते यूक्रेन में काम-धंधे बंद हो गए हैं। यूक्रेनी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म रोज़ेटका(Rozetka) का मंथली बिजनेस काफी कम हो गया है। लिहाजा यहां के अधिकांश कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया जाएगा। AIN मीडिया आउटलेट की रिपोर्ट के अनुसार, रोज़ेटका के संस्थापक व्लादिस्लाव चेचोटकिन(Vladislav Chechotkin) ने अपने कर्मचारियों को एक ईमेल लिखकर अधिकांश टीम को बर्खास्त करने के निर्णय की घोषणा की। चेचोटकिन के अनुसार, उनके 25 स्टोर रूस द्वारा नष्ट और लूट लिए गए हैं।

निकासी के लिए इंतजार
यूक्रेन के मायकोलाइव पर रूसी मिसाइल हमले से 31 लोगों की मौत हो गई। रूसी सेना ने 29 मार्च की सुबह मायकोलाइव के क्षेत्रीय राज्य प्रशासन भवन को नष्ट कर दिया। 1 अप्रैल को युद्धग्रस्त क्षेत्रों से 6,266 लोगों को निकाला गया। 3,071 लोग मारियुपोल से  निकले में सक्षम हुए। राष्ट्रपति कार्यालय के उप प्रमुख कायरलो टायमोशेंको(Kyrylo Tymoshenko) ने  कहा कि ज़ापोरिज्जिया के लोगों को अभी भी मरियुपोल से बर्डीस्क के जरिये 42 निकासी बसों के निकलने की उम्मीद है। 

क्रिवी रिह पर रॉकेट लॉन्चर से हमला
रूसी सैनिकों ने क्रिवी रिह( Kryvyi Rih) पर ग्रैड रॉकेट लॉन्चर से हमला किया। क्रिवी रिह क्षेत्रीय राज्य प्रशासन के प्रमुख ऑलेक्ज़ेंडर विलकुल(Oleksandr Vilkul) ने कहा कि रूस ने रात में शहर के बाहरी इलाके में कई ग्रैड मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर दागे, जिससे एक गैस स्टेशन में आग लग गई।

उधर, यूक्रेन की सेना ने चेर्निहाइव क्षेत्र के गांव को आजाद करा लिया है। इससे पहले 1 अपैल को यूक्रेनी ग्राउंड फोर्सेस के ऑपरेशनल कमांड नॉर्थ ने घोषणा की थी कि यूक्रेनी सैनिकों ने रूसी कब्जे वाले बलों से कीव से 150 किमी उत्तर में स्थित शेस्तोवित्सिया गांव को मुक्त कर दिया था।

सैनिकों के लिए फूड बना रहे वॉलिंटियर्स
ल्वीव ओब्लास्ट( Lviv Oblast ) में यूक्रेन के सैनिकों के लिए वॉलिंटियर्स फूड तैयार कर रहे हैं। यहां के कोन्यूखिव गांव की स्थानीय महिलाएं एक साथ 230 डिब्बे स्टू(कई सॉलिड फूड का मिश्रण, जो ग्रेवी के तौर पर बनता है), मांस के 60 डिब्बे, लगभग 300 किलोग्राम पकौड़ी (जिसे वेरेनीकी के रूप में भी जाना जाता है) और 100 किलोग्राम पेस्ट्री तैयार कर रही हैं। इन्हें कीव, खार्किव, सूमी और ज़ापोरिज्जिया में भेजा जा रहा है।