लोगों को भोजन बांटने गई थीं लूसिया, लौटीं, तो घर खंडहर हो चुका था, लेकिन उम्मीद है कि 'वो सुबह कभी तो आएगी'

| Published : Apr 21 2022, 08:33 AM IST / Updated: Apr 21 2022, 08:34 AM IST

लोगों को भोजन बांटने गई थीं लूसिया, लौटीं, तो घर खंडहर हो चुका था, लेकिन उम्मीद है कि 'वो सुबह कभी तो आएगी'