सार
Russia Ukraine War : यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद नाटो देश समने आए हैं। बताया गया कि ये देश आर्टिकल 4 के तहत रूस पर हमला करेंगे। यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि रूस के आक्रामक सैन्य अभियान का उद्देश्य यूक्रेनी राज्य को नष्ट करना, बल द्वारा यूक्रेनी क्षेत्र को जब्त करना और कब्जे के माध्यम से नियंत्रण करना है। रूसी सेना अस्थायी रूप से कब्जे वाले डोनबास और क्रीमिया के साथ-साथ पूर्वोत्तर क्षेत्र सहित विभिन्न दिशाओं से यूक्रेनी शहरों पर हमला कर रही है।
NATO Entry in Russia Ukraine Conflict : यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद ब्रिटेन की प्रतिक्रिया आई है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक NATO में शामिल 30 देश रूस पर इस हमले का जवाब देंगे। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने गुरुवार को एक ट्वीट में कहा कि ब्रिटेन और उसके सहायक देश रूस को इस घटना का जवाब देंगे। उधर, रूस ने यूक्रेन और बेलारूस से लगी अपनी पश्चिमी सीमाओं पर नागरिक विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है। यूक्रेन ने भी अपना एयर स्पेस बंद कर दिया है। यूक्रेन को फ्लाइट्स पर साइबर अटैक और मिसाइल अटैक का खतरा है। इस बीच यूक्रेन ने रूस के पांच जहाजों को मार गिराने का दावा किया है। यूक्रेन के भारतीय दूतावास ने कीव (यूक्रेन की राजधानी) की यात्रा करने वालों को अस्थायी रूप से अपने-अपने शहरों में लौटने की एडवाइजरी जारी की है।
यूक्रेन में सात मौतें, शहर में घुसे रूसी टैंक
रूस के हमलों में अब तक यूक्रेन में सात मौतें होने की जानकारी सामने आई है। बैलिस्टिक मिसाइलों के अटैक के बाद रूसी सेना के टैंक यूक्रेन के शहरों में घुस गए हैं। यूक्रेन के एयरबेस पर भी अटैक किया गया है। बदहाल होती स्थिति के बीच यूक्रेन ने देश में मार्शल लॉ लगा दिया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने लोगों ने शांति बनाए रखने की अपील की है।
बाइडेन से बात, अंतरराष्ट्रीय समर्थन मांग रहे राष्ट्रपति
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने गुरुवार सुबह वीडियो में कहा कि रूस ने डोनबास क्षेत्र में एक विशेष सैन्य अभियान की घोषणा की है और अपने सैन्य बुनियादी ढांचे और सीमा प्रहरियों पर हमले कर रहा है। जेलेंस्की ने कहा - हम अपने देश के पूरे क्षेत्र में मार्शल लॉ लागू कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मैंने अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन से बात की। वॉशिंगटन पहले ही इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाना शुरू कर चुका है।
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यूक्रेन में कब्जा करना चाहता है रूस
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि रूस के आक्रामक सैन्य अभियान का उद्देश्य यूक्रेनी राज्य को नष्ट करना, बल द्वारा यूक्रेनी क्षेत्र को जब्त करना और कब्जे के माध्यम से नियंत्रण करना है। रूसी सेना अस्थायी रूप से कब्जे वाले डोनबास और क्रीमिया के साथ-साथ पूर्वोत्तर क्षेत्र सहित विभिन्न दिशाओं से यूक्रेनी शहरों पर हमला कर रही है। युद्ध की यह कार्रवाई यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर हमला होने के साथ ही संयुक्त राष्ट्र चार्टर और मौलिक मानदंडों और अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों का घोर उल्लंघन है।
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यूक्रेन ने दुनियाभर से मांगी मदद
विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि यूक्रेन ने अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार आत्मरक्षा के अपने अधिकार को सक्रिय कर दिया है। यूक्रेन ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से तुरंत कार्रवाई करने का आह्वान किया। केवल एकजुट और निर्णायक कदम ही यूक्रेन के खिलाफ व्लादिमीर पुतिन की आक्रामकता को रोक सकते हैं। डोनबास क्षेत्र में सैन्य कार्रवाई करने के रूस के फैसले का बचाव करते हुए, संयुक्त राष्ट्र में रूसी दूत वासिली अलेक्सेविच नेबेंज्या ने कहा- यूक्रेन के आसपास आज के संकट की जड़ यूक्रेन की कार्रवाई है। नेबेंज्या ने कहा कि रूसी ऑपरेशन का उद्देश्य पूर्वी यूक्रेन के निवासियों की रक्षा करना है। अमेरिका और कनाडा सहित कई देशों ने रूस के सैन्य अभियान की निंदा की है।