सार
उत्तरी अफ्रीका और मध्य पूर्व में पाए जाने वाले डेथस्टॉकर बिच्छू का जहर दुनिया का सबसे महंगा लिक्विड है। इसका इस्तेमाल कैंसर जैसी घातक बीमारी के इलाज में किया जाता है।
Most Expensive Venom: डेथस्टॉकर का बिच्छू का जहर दुनिया का सबसे महंगा लिक्विड है। दरअसल,डेथस्टॉकर बिच्छू के जहर का इस्तेमाल कई दवाएं बनाने के लिए किया जाता है। यह ही कारण है कि इसका जहर दुनिया में सबसे महंगा है। Brittanica.com के अनुसार डेथस्टॉकर बिच्छू के जहर की कीमत 39 मिलियन अमरीकी डॉलर प्रति गैलन है। रिपोर्ट के मुताबिक बिच्छू के जहर का इस्तेमाल कैंसर के ट्यूमर की पहचान और मलेरिया के इलाज में भी किया जाता है।
बिजनेस इंसाइडर की एक रिपोर्ट के मुताबिक बिच्छू के जहर की एक बूंद की कीमत 130 अमेरिकी डॉलर है। गौरतलब है कि बिच्छू एक बार में केवल दो मिलीग्राम जहर पैदा करता है। यह बिच्छू उत्तरी अफ्रीका और मध्य पूर्व में पाया जाता है। ये सहारा, अरब रेगिस्तान, थार रेगिस्तान और मध्य एशिया में विस्तृत क्षेत्र में पाए जाते हैं।
जहर में मिलते हैं कई न्यूरोटॉक्सिन
डेथस्टॉकर बिच्छू के जहर में कई न्यूरोटॉक्सिन पाए जाते हैं। इनमें क्लोरोटॉक्सिन, चारीबडोटॉक्सिन,साइलाटॉक्सिन और एगिटॉक्सिन शामिल हैं। बता दें किन्यूरोटॉक्सिन ऐसी जहरीले पदार्थ होते हैं जो शरीर में मौजूद टिश्यू को नुकसान पहुंचाते हैं।
इंसान की जान नहीं ले सकता डेथस्टॉकर बिच्छू का डंक
गौरतलब है कि डेथस्टॉकर बिच्छू का डंक इंसान को मारने के लिए पर्याप्त जहरीला नहीं होता है। इसके जहर से ब्रेन ट्यूमर का इलाज हो सकता है। वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि इसे जहर का इस्तेमाल डायबेटिज के इलाज के लिए भी किया जा सकता है।डेथस्टॉकर बिच्छू के जहर में पाए जाने वाले क्लोरोटॉक्सिन का उपयोग कई प्रकार के कैंसर के उपचार में भी किया जा सकता है।
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Vidatox बिच्छू का जहर भी होता है महंगा
डेथस्टॉकर अकेला ऐसा बिच्छू नहीं है, जिसके जहर का इस्तेमाल दवाएं बनाने के लिए किया जाता है. इसके अलावा क्यूबा में पाए जाने वाले दुनिया के सबसे खतरनाक बिच्छू Vidatox केा जरह भी मेडिसन बनाने में किया जाता है.Vidatox बिच्छू का जहर निकालने के लिए उसके डंक में बिजली के छोटे-छोटे झटके दिए जाते हैं. इस दौरान बड़ी सावधानी बरती जाती है, क्योंकि बिच्छू का जहर निकालने के दौरान इंसान की मौत का भी खतरा रहता है.