Bangladesh Political Violence: शेख हसीना के बेटे सजीब वाज़ेद ने चेतावनी दी है कि अगर अवामी लीग पर लगा बैन नहीं हटाया गया, तो पार्टी समर्थक फरवरी के राष्ट्रीय चुनाव को रोक देंगे। उन्हें मां को लेकर एक चिंता भी सता रही है।

Sheikh Hasina Verdict: बांग्लादेश में राजनीतिक तूफान एक बार फिर तेज हो गया है। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना इस समय दिल्ली में निर्वासन में हैं, उनपर आज फैसला आना है। इस बीच उनके बेटे और सलाहकार साजिब वाजेद जॉय को डर सता रहा है कि कहीं उनकी मां को मौत की सजा न दी जाए। रविवार को उन्होंने इसकी आशंका जाहिर करते हुए चेतावनी दी कि 'अगर अवामी लीग (Awami League) पर लगा बैन नहीं हटाया गया, तो फरवरी का नेशनल इलेक्शन हम नहीं होने देंगे।' उनका दावा है कि अगर इंटरनेशनल प्रेशर नहीं किया, तो बांग्लादेश फिर हिंसा की आग में झुलस सकता है।

शेख हसीना पर आज बड़ा फैसला

ढाका की अदालत सोमवार को टेलीविज्ड वर्डिक्ट सुनाने वाली है, जिसमें शेख हसीना को मानवता के खिलाफ अपराध के तहत दोषी ठहराया जा सकता है। वाजेद का कहना है, 'हमें पता है वे क्या फैसला देंगे, उन्हें दोषी ठहराएंगे, शायद मौत की सजा भी दे दें।' 78 वर्षीय हसीना पर 2024 में छात्र-नेतृत्व वाले प्रदर्शनों पर हुई कार्रवाई में सैकड़ों मौतों की जिम्मेदारी डालने की कोशिश की जा रही है। लेकिन हसीना इसे पूरी तरह राजनीतिक साजिश बता चुकी हैं।

अवामी लीग पर बैन और लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल

इंटरिम सरकार ने मई 2024 में अवामी लीग के पार्टी रजिस्ट्रेशन को निलंबित कर दिया और राजनीतिक गतिविधियों पर भी रोक लगा दी। सरकार का दावा है कि यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा और वरिष्ठ नेताओं पर चल रही वार क्राइम जांच को ध्यान में रखते हुए उठाया गया। लेकिन वाजेद का कहना है कि यह लोकतंत्र की आवाज दबाने की कोशिश है और बिना अवामी लीग के चुनाव कराने का मतलब देश की जनता के अधिकारों का अपमान होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी इस तरह के चुनाव को किसी भी कीमत पर नहीं होने देगी और प्रदर्शन आगे और तेज होंगे।

दिल्ली में सुरक्षित हैं शेख हसीना

साजिब वाज़ेद ने कहा कि उनकी मां भारत में पूरी तरह सुरक्षित हैं और उन्हें वहां एक हेड ऑफ स्टेट जैसा सम्मान मिल रहा है। उन्होंने बताया कि हसीना दिल्ली में अपेक्षाकृत स्वतंत्र रूप से घूम सकती हैं, लेकिन सुरक्षा कारणों से अभी भी बेहद सावधान रहती हैं। 1975 की उस भयावह घटना ने, जिसमें उनके परिवार के लगभग सभी सदस्यों की हत्या कर दी गई थी, उनकी जिंदगी को हमेशा के लिए बदल दिया है और आज भी उनकी सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बनाए रखी जाती है।

शेख हसीना ने क्या कहा

शेख हसीना शुरू से ही इस मामले को राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताती रही हैं। उनका कहना है कि इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल की मौजूदा प्रक्रिया युद्ध अपराध कानूनों के मूल उद्देश्य और नियमों का उल्लंघन करती है। हसीना के मुताबिक, यह पूरा ट्रायल एक पहले से तय नतीजे की ओर बढ़ रहा है, जिसका मकसद उन्हें राजनीति से दूर कर देना है। वह कह चुकी हैं कि अपील तभी दायर की जाएगी, जब देश में एक लोकतांत्रिक सरकार स्थापित हो, जिसमें अवामी लीग भी हिस्सेदार हो।

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