सार
3 टिरेनासॉरस रेक्स डायनासोर की हड्डियों से मिला कर बने ट्रिनिटी कंकाल को 61 लाख डॉलर में बेचा गया है।
ज्यूरिख: ज्यूरिख में 3 टिरेनासॉरस रेक्स डायनासोर की हड्डियों से मिला कर बने ट्रिनिटी कंकाल की हाल ही में नीलामी हुई। 3.9 मीटर ऊंचे इस कंकाल को 3 टी रेक्स के करोड़ों साल पुराने कंकालों को जोड़ कर बनाया गया था। इसे नीलामी के लिए 9 बड़े डिब्बों में भर कर इसे अमेरिका से स्विट्जरलैंड (switzerland) लाया गया था। बता दें कि ज्यूरिख (zurich) के कोलर ऑक्शन हाउस में इसकी नीलामी हुई। इसकी नीलामी के बोली 48 लाख स्विस फ्रैंक से शुरू हो कर 55 लाख स्विस फ्रैंक पर खत्म हुई।
ट्रिनिटी को एक अज्ञात अमेरिकी नागरिक ने बिक्री के लिए पेश किया था और उम्मीद की जा रही थी कि यह 50 से 80 लाख स्विस फ्रैंक में बिकेगी। जानकारी के मुताबिक इसे एक यूरोपीय म्यूजियम ने खरीदा है। गौरतलब है कि ट्रिनिटी जिन कंकालों को मिला कर बनाया गया है, उनकी खोज 2008 से 2013 के बीच हेल क्रीक और लांस क्रीक से हुई थी।
इससे पहले भी हुई टी रेक्स के कंकालों की नीलामी
इससे पहले इलाके में दो और टी रेक्स के कंकालों (t rex skeleton) की खोज की गई थी। जानकारी के मुताबिक इन दोनों कंकालों की नीलामी भी हो चुकी है। इनमें से एक कंकाल 'सू' को 1997 में नीलाम किया गया था। इसे क्रिस्टी में बेचा गया था। इसको कीमत 84 लाख डॉलर की कीमत पर बेचा गया था जबकि 'स्टैन' को उसी नीलामी घर में 3.18 करोड़ डॉलर की रिकॉर्ड कीमत पर 2020 में बेचा गया था।
कुछ लोग निलामी का कर रहे विरोध
हालांकि, कुछ लोग इस नीलामी को अनुचित बता रहे हैं। इनमें कशेरुकी जीवाश्म विज्ञानी थॉमस होल्त्स का नाम भी शामिल है। उनका कहना है कि अलग-अलग जीवों की हड्डियों को जोड़ कर एक कंकाल बनाना भ्रामक और गलत है। इस कंकाल की हड्डियों का आधे से ज्यादा हिस्सा तीन टी रेक्स का है।
डायनासोर या आर्ट इंस्टॉलेशन
होल्त्स का कहना है कि यह वास्तव में हड्डियों को नमूना नहीं बल्कि एक आर्ट इंस्टॉलेशन है। बता दें कि हाल के वर्षों में इन नीलामियों में करोड़ों डॉलर का लेनदेन हुआ है। विशेषज्ञों चेतावनी दे रहे हैं कि इस तरह के नमूनों को निजी हाथों में दिया जाना विज्ञान के लिए नुकसानदेह हो सकता है, क्योंकि फिर ये रिसर्चरों की पहुंच से दूर हो जाएंगे।
संग्रहालय में कंकाल की खोपड़ी सुरक्षित
वहीं, कोलर नीलामीघर के क्रिस्टियान लिंक का कहना है कि टी रेक्स के 95 फीसदी नमूने फिलहाल संग्रहालयों में हैं। नीलामीघर का कहना है कि कंकाल की खोपड़ी सुरक्षित है। बता दें कि टी रेक्स धरती पर करीब 6.5 करोड़ साल पहले मौजूद थे।