सार
अफ्रीकी देश यूगांडा में फसलों को खराब करने वाले टिड्डी दल का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और इस समस्या से निपटने के लिए सेना की मदद लेने का निर्णय लिया गया है।
जोहानिसबर्ग. अफ्रीकी देश यूगांडा में फसलों को खराब करने वाले टिड्डी दल का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और इस समस्या से निपटने के लिए सेना की मदद लेने का निर्णय लिया गया है। वहीं संयुक्त राष्ट्र ने सोमवार को आगाह किया कि पहले से ही संवेदनशील इस क्षेत्र में हम दूसरा बड़ा झटका बर्दाश्त करने की हालत में नहीं हैं।
सरकार की ओर से जारी एक बयान के अनुसार यूगांडा में रविवार को टिड्डी दल देखे जाने के बाद सरकार ने एक आपात बैठक बुलाई और इसमें जमीन में कीटनाशक का छिड़काव करने के लिए सैन्य बलों की और हवा से कीटनाशक का छिड़काव करने के लिए दो विमानों की मदद लेने का निर्णय लिया गया है।
बारिश शुरू होने से पहले कदम उठाए जाने की जरूरत
संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि आने वाले समय में बारिश शुरू होने से पहले तत्काल कदम उठाए जाने की जरूरत है क्योंकि बारिश के बाद टिड्डी दल की संख्या बढ़ेगी और इसी के साथ उनका भोजन बनने वाली वनस्पतियां भी बढ़ेंगी।
इनकी संख्या 500 गुना तक बढ़ सकती है
अधिकारियों का कहना है कि यदि इनके सफाए के लिए तत्काल कदम नहीं उठाए गए तो शुष्क मौसम की शुरुआत होने से पहले इनकी संख्या 500 गुना तक बढ़ सकती है।
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के प्रमुख मार्क लोवकोक ने सोमवार को न्यूयॉर्क में संवाददताओं से कहा, "आपदा आने का खतरा है।" उन्होंने कहा कि ऐसा क्षेत्र जहां एक करोड़ 20 लाख लोग पहले ही खाद्यान संकट का सामना कर रहे हैं वहां हम वहां दूसरा झटका बर्दाश्त करने की हालत में नहीं हैं।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)