सार
कीव: रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए मिसाइल हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। 110 लोग घायल हैं। यह एक हफ्ते में दूसरा सबसे बड़ा हमला था। यूक्रेन के प्रधानमंत्री व्लादिमीर जेलेंस्की ने कल हमले के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी प्रतिक्रिया की मांग की। यह इस साल यूक्रेन में हुआ सबसे घातक हमला था।
जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर लिखा कि केवल अनैतिक लोग ही इस तरह से काम कर सकते हैं और आम नागरिकों की जान ले सकते हैं। उन्होंने जलती हुई कारों और मृत लोगों को दिखाने वाला एक वीडियो भी साझा किया।
हमले में कीव में स्थित एक भारतीय फार्मास्युटिकल कंपनी का गोदाम मिसाइल हमले में आ गया। भारतीय व्यवसायी राजीव गुप्ता के स्वामित्व वाली फार्मेसी हमले में पूरी तरह से नष्ट हो गई। राजीव गुप्ता की कुसुम यूक्रेन की सबसे बड़ी फार्मेसियों में से एक है। यूक्रेन का आरोप है कि रूस का हमला जानबूझकर किया गया था। यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय संस्थानों को लक्षित करने वाली ऐसी कार्रवाइयां जानबूझकर की गई हैं और मॉस्को का लक्ष्य भारतीय संस्थानों को नष्ट करना है, भले ही वह दोस्ती का दावा करता हो।
मिसाइल हमले में दवाओं का भंडार पूरी तरह से जल गया है। हमले की जानकारी यूक्रेन में ब्रिटिश राजदूत मार्टिन हैरिस ने एक्स के माध्यम से साझा की। मार्टिन हैरिस ने एक्स पर लिखा, ‘कीव में एक महत्वपूर्ण फार्मास्युटिकल वेयरहाउस पूरी तरह से नष्ट हो गया, यूक्रेन के लोगों पर रूस का अत्याचार जारी है।’ यूक्रेन के दूतावास ने 'रूस एक आतंकवादी राष्ट्र है' हैशटैग के साथ मार्टिन हैरिस की पोस्ट को रीपोस्ट किया।