सार

बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अगुआई में 2013 में लॉन्च की गई मल्टी-बिलियन डॉलर परियोजना है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य चीन के प्रभाव को बढ़ाना और दक्षिणपूर्वी एशिया, मध्य एशिया, गल्फ क्षेत्र, अफ्रीका और यूरोप को जमीन और समुद्र के कई रास्तों से जोड़ना है।

बीजिंग। संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की दूसरी सस्टेनेबल ट्रांसपोर्ट कांफ्रेंस (sustainable transport conference) में भारत के राजनयिक का पक्ष रखने के दौरान अवरोध पैदा किया गया। बीजिंग में हुए इस कांफ्रेंस में भारतीय राजदूत चीन के पाकिस्तान के साथ मिलकर चल रहे दो प्रोजेक्ट्स का विरोध करते हुए अपना पक्ष रख रहीं थीं। भारतीय डिप्लोमैट (Indian Diplomat) चीन (China) के कंट्रोवर्शियल प्रोजेक्ट को लेकर भारत का पक्ष रख रही थीं, तो उनका माइक बंद हो गया। इसके बाद उनकी जगह पर किसी दूसरे डिप्लोमैट का वीडियो चलने लगा। हालांकि, यूएन के अंडर सेक्रेटरी (UN Under Secretary) ने तत्काल वीडियो रोक उनको बात जारी रखने को कहा। 

भारतीय राजदूत प्रियंका सोहानी रख रही थीं अपना पक्ष

बीजिंग में हुए इस कांफ्रेंस में भारत की ओर से राजदूत प्रियंका सोहानी पक्ष रख रही थीं। भारतीय राजदूत प्रियंका सोहोनी (Priyanka Sohani) ने चीन के BRI (Belt and Road Initiative)की आलोचना करते हुए इसे भारत की संप्रभुता पर खतरा बताया। तभी कुछ देर को उनका माइक बंद हो गया। इसे ठीक होने में कुछ मिनट का समय लगा। अभी प्रियंका सोहानी का भाषण बाकी ही था कि दूसरे स्पीकर का वीडियो चलने लगा। इसको संयुक्त राष्ट्र के अंडर-सेक्रेटरी-जनरल लियु झेनमिन ने तत्काल संज्ञान लिया। उन्होंने तुरंत वीडियो रोकने का आदेश देते हुए प्रियंका सोहानी को अपना स्पीच जारी रखने को कहा। 

क्या-क्या आपत्ति जताई भारतीय डिप्लोमैट ने?

भारत की ओर से प्रियंका सोहानी ने कहा कि चीन का प्रोजेक्ट भारतीय अखंडता और संप्रभुता पर किया गया हमला है। चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) से भारत खासतौर पर प्रभावित हो रहा है। चीन और पाकिस्तान मिलकर जो आर्थिक गलियारा बना रहे है, उससे भारतीय संप्रभुता पर हमला कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोई भी देश ऐसे किसी इनिशिएटिव को सपोर्ट नहीं कर सकता जो उसकी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा हो।

क्या है बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव?

बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अगुआई में 2013 में लॉन्च की गई मल्टी-बिलियन डॉलर परियोजना है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य चीन के प्रभाव को बढ़ाना और दक्षिणपूर्वी एशिया, मध्य एशिया, गल्फ क्षेत्र, अफ्रीका और यूरोप को जमीन और समुद्र के कई रास्तों से जोड़ना है। 60 अरब डॉलर का चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर चीन के शिंजियांग प्रांत को पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ग्वादर पोर्ट को कनेक्ट करता है। यह बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का फ्लैगशिप प्रोजेक्ट है।

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