सार

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज (NIAID) के लंबे समय के निदेशक फॉसी ने कहा कि ओमीक्रोन के खिलाफ मौजूदा वैक्सीनेशन से एंटीबॉडी की शक्ति का परीक्षण करने वाले प्रयोगशालाओं की रिपोर्ट कुछ दिनों में आ जाएंगे। 

वाशिंगटन। दुनिया में बढ़ रहे कोरोना वायरस (corona virus) के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron) से हर ओर दहशत का माहौल है। हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस नए वेरिएंट को अधिक घातक नहीं मान रहे हैं। अमेरिका के शीर्ष वैज्ञानिक व प्रेसिडेंट बिडेन (President Biden) के चीफ मेडिकल एडवाइजर (Chief Medical Advisor) एंथोनी फॉसी (Anthony Fauci) ने कहा कि नए कोविड-19 (Covid-19)  संस्करण 'ओमीक्रोन' (Omicron) की गंभीरता को आंकने में हफ्तों लगेंगे, लेकिन शुरुआती संकेतों ने यह लग रहा है कि यह पहले के वेरिएंट अधिक घातक नहीं बल्कि सबसे हल्का है।

राष्ट्रपति जो बिडेन के चीफ मेडिकल एडवाइजर फॉसी ने ओमीक्रोन के बारे में ज्ञात और अज्ञात को तीन प्रमुख क्षेत्रों में विभाजित किया है। ट्रांसमिशन की क्षमता, पूर्व संक्रमण, वैक्सीनेशन के बाद इम्युनिटी पर असर और बीमारी की गंभीरता।

एंथोनी फॉसी ने कहा कि नया संस्करण "स्पष्ट रूप से अत्यधिक ट्रांसमिसेबल है, हालांकि, डेल्टा (Delta) से अधिक घातक नहीं है। दुनिया भर से महामारी विज्ञान के आंकड़े भी यह दर्शाते हैं कि ओमीक्रोन का रि-इंफेक्शन अधिक है। 

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज (NIAID) के लंबे समय के निदेशक फॉसी ने कहा कि ओमीक्रोन के खिलाफ मौजूदा वैक्सीनेशन (vaccination) से एंटीबॉडी की शक्ति का परीक्षण करने वाले प्रयोगशालाओं की रिपोर्ट कुछ दिनों में आ जाएंगे। हालांकि, यह साफ है कि डेल्टा से अधिक घातक नहीं है।

50 देशों तक फैल चुका है ओमीक्रोन 

दुनिया के 50 देशों में ओमीक्रोन के मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि, अभी तक इससे किसी मरीज की मौत की खबर सामने नहीं आई है। दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में पहला केस मिला था, लेकिन वहां भी गंभीर मरीज नहीं आ रहे हैं। भारत (India) में अब तक 20 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। सबसे ज्यादा 10 केस महाराष्ट्र में, 9 राजस्थान में, 2 कर्नाटक, 1 गुजरात और 1 दिल्ली में सामने आए हैं।

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