सार

पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने पहली बार करगिल युद्ध में पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की बात स्वीकार की है। जानें, कौन हैं जनरल असीम मुनीर और क्या है उनका इतिहास।

Who is Asim Munir: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने पहली बार करगिल युद्ध में अपने सैनिकों के मारे जाने की बात कबूल की है। पाकिस्तान के रक्षा दिवस के मौके पर जनरल असीम मुनीर ने भारत के साथ करगिल जंग के दौरान मारे गए पाकिस्तानी सैनिकों को याद करते हुए सम्मानित किया। इससे पहले पाकिस्तान हमेशा करगिल युद्ध में अपनी भूमिका को नकारता रहा है। आखिर कौन हैं जनरल असीम मुनीर जिन्होंने पहली बार करगिल की जंग में पाकिस्तान की भागीदारी की बात कबूल की है।

कौन हैं जनरल असीम मुनीर?

असीम मुनीर फिलहाल पाकिस्तान के आर्मी चीफ हैं। उन्होंने 1986 से अपना सैन्य करियर शुरू किया। उन्होंने ऑफिसर्स ट्रेनिंग स्कूल प्रोग्राम के जरिए पाकिस्तानी की सेना में एंट्री ली। यहां उन्होंने पाकिस्तान का मशहूर स्वॉर्ड ऑफ ऑनर अवॉर्ड जीता। यह सबसे अच्छा परफॉर्म करने वाले कैडेट्स को दी जाने वाली एक मानद तलवार है। 24 नवंबर, 2022 को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उन्हें नया सेना प्रमुख नियुक्त किया। सेना प्रमुख बनने से पहले उन्होंने जून, 2019 से अक्टूबर 2021 तक गुजरांवाला में XXX कोर की कमान संभाली। ये पाकिस्तानी सेना की एक फील्ड कोर है, जो फिलहाल पाकिस्तान के पंजाब में तैनात है।

रावलपिंडी में पैदा हुए असीम मुनीर

पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर का जन्म पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर में हुआ। उनके पिता सैयद सरवर मुनीर रावलपिंडी के एफजी टेक्निकल हाई स्कूल के प्रिंसिपल और ढेरी हसनाबाद के एक इलाके में स्थित मस्जिद अल-कुरैश के इमाम थे। मुनीर की शुरुआती पढ़ाई इस्लामी मदरसे दार-उल-तजवीद से हुई। बाद में उन्होंने नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी, इस्लामाबाद से ग्रैजुएशन पूरा किया। यहीं से उन्होंने पब्लिक पॉलिसी एंड स्ट्रैटेजिक सिक्योरिटी मैनेजमेंट में एमफिल की डिग्री ली।

इमरान खान और उनके समर्थकों से 36 का आंकड़ा

पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर का पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनके समर्थकों से 36 का आंकड़ा है। कहते हैं कि इमरान खान ने अपने कार्यकाल के दौरान असीम मुनीर को साइडलाइन करने की पुरजोर कोशिश की। हालांकि, शहबाज सरकार के आते ही मुनीर को जैसे संजीवनी मिल गई हो। आम चुनाव में इमरान खान को हराने से लेकर उनकी गिरफ्तारी तक असीम मुनीर की बड़ी भूमिका रही है। कहते हैं कि असीम मुनीर ने इमरान की पार्टी पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ को खत्म करने की ठान रखी है। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि इस पार्टी ने कई बार सेना को असीम मुनीर के खिलाफ उकसाने का काम किया था।

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