बांग्लादेश के इंकलाब मंच के नेता उस्मान हादी अवामी लीग और शेख हसीना के कट्टर विरोधी थे। उनकी मौत के बाद बांग्लादेश में हिंसा भड़क उठी। हादी की हत्या पर यूनुस सरकार ने एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है।

Who is Osman Hadi: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के कट्टर विरोधी उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश एक बार फिर सुलग उठा है। राजधानी ढाका समेत पूरे देश में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं, जिनमें सबसे ज्यादा निशाना अल्पसंख्यक हिंदुओं को बनाया जा रहा है। यहां तक कि इस्लाम का अपमान करने के आरोप में भीड़ ने एक हिंदू युवक दीपू चंद्र दास को पीट-पीटकर मार डाला। इसके बाद उसके शव को नग्न करके पेड़ से लटका कर आग लगा दी। आखिर कौन है उस्मान हादी, जिसकी मौत से सुलग उठा बांग्लादेश?

कौन था उस्मान हादी?

शरीफ उस्मान हादी पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ जुलाई 2024 में हुए छात्र आंदोलन का प्रमुख नेता था। 12 दिसंबर को चुनाव प्रचार के दौरान अज्ञात हमलावरों ने उसे गोली मार दी, जिसके बाद उसे इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया, जहां गुरुवार देर रात उसकी मौत हो गई। हादी की मौत की खबर आते ही बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए। 32 साल का उस्मान हादी शेख हसीना का विरोध करने वाले इंकलाब मंच का प्रवक्ता था। वो फरवरी 2026 में होने वाले चुनाव में ढाका-8 निर्चावन क्षेत्र से स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर प्रचार कर रहा था।

क्या है हादी का इंकलाब मंच?

इंकलाब मंच को बांग्लादेश का एक कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन माना जाता है। इस समूह का मकसद देश से अवामी लीग का सफाया करना है। हादी अपने आप को भारत का कट्टर विरोधी बताता रहा है। उसने साफ कहा था कि बांग्लादेश में अब भारत का समर्थन करने वालों की राजनीति नहीं चलने दी जाएगी। इतना ही नहीं, उसने ग्रेटर बांग्लादेश के नाम से एक विवादित नक्शा भी रिलीज किया था, जिसमें भारत के नॉर्थ-ईस्ट के कई राज्यों को बांग्लादेश में दिखाया गया था।

उस्मान हादी के लिए एक दिन का राष्ट्रीय शोक

उस्मान हादी की मौत पर बांग्लादेश की यूनुस सरकार ने शनिवार 20 दिसंबर को एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। यूनुस ने कहा कि हादी के हत्यारों को बख्शा नहीं जाएगा। हादी फासीवादी आतंकवादियों के कट्टर दुश्मन थे। उनका इशारा साफतौर पर अवामी लीग की नेता शेख हसीना की तरफ था।