प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्वाड शिखर सम्मेलन में कहा कि यह गठबंधन किसी के खिलाफ नहीं है बल्कि नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था का समर्थन करता है। उन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग व 2025 में भारत में क्वाड समिट की मेजबानी की बात कही।

Quad Summit: अमेरिका की यात्रा के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्वाड शिखर सम्मेलन में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि हम किसी के खिलाफ नहीं हैं। क्वाड ऐसा गठबंधन है जो "नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए सम्मान और सभी मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान" का समर्थन करता है।

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क्वाड शिखर सम्मेलन में नरेंद्र मोदी ने कहीं ये 5 बातें

  1. "हमारी बैठक ऐसे समय हो रही है जब विश्व तनावों और संघर्षों से घिरा हुआ है। ऐसे में साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर क्वाड का मिलकर साथ चलना पूरी मानवता के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।"
  2. "हम किसी के खिलाफ नहीं हैं। हम सभी एक नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान और सभी मसलों के शांतिपूर्ण तरीके से हल निकालने का समर्थन करते हैं।"
  3. "स्वतंत्र, खुला, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत हमारी साझा प्राथमिकता और साझा प्रतिबद्धता है। हमने मिलकर हेल्थ, सुरक्षा, क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी, जलवायु परिवर्तन, क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में कई पहल किए हैं।"
  4. "हमारा संदेश स्पष्ट है- क्वाड यहां रहने, सहायता करने, साझेदारी करने और पूरक बनने के लिए है।"
  5. “2025 में भारत में क्वाड लीडर्स समिट आयोजित करने में हमें खुशी होगी।”

कैंसर मूनशॉट कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी ने कहीं ये बातें

क्वाड के कैंसर मूनशॉट कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मैं इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए राष्ट्रपति बाइडेन को धन्यवाद देता हूं। यह सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के हमारे साझा दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। कोविड महामारी के दौरान हमने इंडो-पैसिफिक के लिए क्वाड वैक्सीन पहल की थी। मुझे खुशी है कि क्वाड में हमने सर्वाइकल कैंसर जैसी चुनौतियों से मिलकर निपटने का फैसला किया है।"

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नरेंद्र मोदी ने कहा, "कैंसर की देखभाल में इलाज के लिए सहयोग आवश्यक है। कैंसर के बोझ को कम करने के लिए रोकथाम, जांच, निदान और उपचार का एक एकीकृत दृष्टिकोण आवश्यक है। भारत में बड़े पैमाने पर एक बहुत ही लागत प्रभावी सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग कार्यक्रम चल रहा है। भारत ने सर्वाइकल कैंसर के लिए अपना टीका भी विकसित किया है। भारत अपने अनुभव और विशेषज्ञता शेयर करने के लिए तैयार है। मैं 7.5 मिलियन डॉलर की सैंपलिंग किट, डिटेक्शन किट और वैक्सीन के लिए समर्थन की घोषणा करता हूं।"

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