आज (30 मई, सोमवार) ज्येष्ठ मास की अमावस्या है। इस दिन शनि जयंती के साथ-साथ वट सावित्री का व्रत भी किया जाता है। इस बार अमावस्या तिथि सोमवार को होने से सोमवती अमावस्या का योग भी बन रहा है।
Paush Amavasya 2022: इस बार पौष मास की अमावस्या 23 दिसंबर, शुक्रवार को है। ये तिथि बहुत ही खास है। इस दिन कई शुभ योग बनेंगे, जिसके चलते ये दिन पितृ तर्पण और देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए बहुत ही शुभ रहेगा।
Sarva Pitru Amavasya 2022: 25 सितंबर, रविवार को श्राद्ध पक्ष का अंतिम दिन यानी आश्विन मास की अमावस्या है। इस दिन सभी लोगों को अनिवार्य रूप से पितरों का श्राद्ध करना चाहिए। ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद हम पर हमेशा बना रहता है।
आज (30 अप्रैल, शनिवार) वैशाख मास की अमावस्या तिथि है। धर्म ग्रंथों में इस तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। इस बार ये तिथि शनिवार को होने से ये शनिश्चरी अमावस्या (Shanishchari Amavasya 2022) कहलाएगी। इस दिन पितरों के साथ-साथ शनिदेव से संबंधित उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहेगी।
हिंदू धर्म में अमावस्या (Amavasya 2022) तिथि को बहुत ही खास माना गया है और इसे पर्व यानी त्योहार कहा जाता है। ये तिथि हर महीने के कृष्ण पक्ष के अंत में आती है। इसे पितरों की तिथि कहा जाता है।