गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने यह बड़ा हमला जबलपुर में बोला है। वह सिंगरौली जाते समय कुछ देर के लिए जबलपुर के डुमना विमानतल पर रुके थे। उन्होंने कहा कि बातचीत के जरिए किसानों का हल निकल सकता है। लेकिन उकसाने वाले असामाजिक तत्व और जो लोग जबर्दस्ती वहां पहुंच रहे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा सोमवार को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी दौरे पर पहुंचे। अपने दौरे के संबोधन में नड्डा ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला है। नड्डा ने कहा कि वो अपनी पार्टी TMC के राजनीतिक हितों के लिए राज्य में 'फूट डालो और राज करो' की राजनीति कर रही हैं। लेकिन भाजपा ऐसा नहीं करती, भाजपा सभी के विकास के लिए काम करती है।
कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के कारण जिले में कल सोमवार से लागू लॉक डाउन के बीच शहर की बड़वाली चौकी के प्रदर्शनस्थल पर मंगलवार को सन्नाटा पसरा था। धरना-प्रदर्शन स्थगित किये जाने के बाद वहां कुछ लोगों को तम्बू, बैनर-पोस्टर और अन्य सामान हटाते देखा गया।
नागरिक संस्था ‘यूनाइटेड अगेन्स्ट हेट’ ने लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों के छज्जों, खिड़कियों और दरवाजों से रविवार को शाम पांच बजे राष्ट्रीय नागरिक पंजी, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर और संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन करें।
सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ लंबे समय से बिहार के कई जिलों में लोग धरने पर बैठे हैं। गया में बारा गांव में एक ऐसा ही धरना चल रहा है। जहां बुधवार की देर शाम ऑटो पर सवार होकर आए हथियारबंद अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की।
CAA के विरोध में प्रदर्शन के दौरान उत्तर प्रदेश में हिंसा करने वालों पर सीएम ने बड़ा बयान दिया है। सीएम ने उन्हें कोरोना से भी खतरनाक बताया है। एक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऐसे लोग मानवता के दुश्मन हैं। यह सब लोग कोरोना वायरस से भी खतरनाक हैं। कोरोना वायरस तो मानवता के लिए खतरा है और लखनऊ में जिनके पोस्टर लगे हैं वो भी मानवता के बड़े दुश्मन हैं।
घटना की सूचना मिलने के बाद मेडिकल कॉलेज में जिले के पुलिस प्रशासन ने अलर्ट घोषित कर दिया है। जगह-जगह पुलिस बल तैनात हो गई है। मृतक तारिक के पिता ने शहरवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही जिला प्रशासन से आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के दौरान राजधानी में उपद्रव के आरोपितों का बैनर-पोस्टर लगाने के मामले में एक नई कड़ी जुड़ गई है। दरअसल सपा नेता आईपी सिंह ने योगी सरकार द्वारा CAA हिंसा के आरोपियों के लगाए गए पोस्टर के बगल नए पोस्टर लगा दिए। इन पोस्टरों में उन्नाव गैंगरेप के आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर,और छात्रा से यौन शोषण के मामले में फंसे पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद की फोटो है। इसकी जानकारी जब पुलिस महकमे को हुई तो हड़कंप मच गया।
CAA के विरोध में लखनऊ में हिंसा के दौरान सरकारी तथा अन्य संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के आरोपियों की फोटो होर्डिंग्स तथा पोस्टर्स में लगाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट यूपी सरकार के फैसले से संतुष्ट नहीं है । न्यायमूर्ति यूयू ललित और अनिरुद्ध बोस की अवकाश कालीन पीठ ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार की याचिका पर सुनवाई की। शीर्ष अदालत की बेंच ने उत्तर प्रदेश सरकार से पूछा कि उन्हें आरोपियों का पोस्टर लगाने का अधिकार किस कानून के तहत मिला है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मसले पर स्वतः संज्ञान लेते हुए सुनवाई का फैसला किया था। चीफ जस्टिस गोविंद माथुर और जस्टिस राकेश सिन्हा की डिवीजन बेंच ने इस मामले में लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे और डीएम अभिषेक प्रकाश को एक दिन पहले तलब किया था।