दिल्ली हाईकोर्ट ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन को सलाह दी कि वे स्टूडेंट्स के लिये 10 वीं और 12वीं क्लास की मार्कशीट और सर्टिफिकेट्स में उनके नाम, उपनाम और अन्य जानकारियों को बदलने के लिये एक व्यवस्था बनाएं।
इस नई मैथ्स प्रैक्टिस बुक को इस तरह डिजाइन किया गया है कि स्टूडेंट्स, बिना किसी के सपोर्ट के ज्यादा से ज्यादा प्रश्न हल कर पाएंगे। यानी इसके सम सॉल्व करने के लिए उन्हें टीचर्स या अपने पैरेंट्स से कम से कम सहायता मांगनी पड़ेगी।
इस पूरी प्रक्रिया को खत्म करके सीबीएसई बोर्ड 2021 एग्जाम्स के लिए एलओसी जमा करने की अंतिम तिथि 15 अक्टूबर 2020 तय की गयी है।
इस निर्देश के साथ पीठ ने सोशल जूरिस्ट की जनहित याचिका का निस्तारण कर दिया। याचिकाकर्ता ने अदालत से दिल्ली सरकार को अपने विद्यालयों में विद्यार्थियों के सीबीएसई परीक्षा शुल्क का भुगतान करने का निर्देश देने का अनुरोध किया था।
जारी किए गए इस प्रिपरेशन कंटेंट की मदद से 10वीं और 12वीं कक्षा के स्टूडेंट्स घर पर ही रहते हुए 2021 बोर्ड परीक्षा की तैयारी आसानी से कर सकते हैं।
बता दें कि कक्षा 10वीं के लिए परीक्षा 28 सितंबर को जबकि 12वीं के लिए 30 सितंबर को खत्म होगी। कोविड-19 महामारी को देखते हुए बोर्ड ने पहले से ही छात्रों के लिए एक गाइडलाइन ईश्यू कर दी है।
बोर्ड की ओर से पहले ही कहा जा चुका है कि परीक्षार्थी COVID-19 महामारी के मद्देनजर हैंड सैनिटाइजर लेकर आएंगे और फेस मास्क पहनेंगे। सभी उम्मीदवार अपने सैनिटाइज़र को पारदर्शी बोतलों में लाएंगे।
बता दें कि सीबीएसई की कम्पार्टमेंट परीक्षा 22 सितंबर 2020 से लेकर 29 सितंबर 2020 तक आयोजित कराई जानी हैं।
इस साल 10वीं में 1.5 लाख स्टूडेंट्स और 12वीं में करीब 87,000 स्टूडेंट्स परीक्षा में बैठने वाले हैं। पहले याचिकाकर्ताओं ने परीक्षाओं को रद्द करने के लिए सीबीएसई से आवेदन किया था, लेकिन इसे 6 अगस्त को खारिज कर दिया गया।
सीबीएसई बोर्ड ने विषय को बदलने से संबंधित एक फार्मेट भी बनाया है। उन सभी स्टूडेंट्स को जिन्हें अपने विषय में बदलाव करना है इस फार्मेट को भरना होगा