बता दें कि कोविड-19 के चलते रद्द की गईं परीक्षाओं के नतीजों का ऐलान पिछले महीने वैकल्पिक मूल्यांकन योजना के आधार पर किया गया था।
बाद बोर्ड ने आधिकारिक वेबसाइट cbse.nic.in पर नोटिस जारी कर परीक्षा आयोजित करने पर अपना रुख साफ किया। छात्रों की शिकायतों के जवाब में, CBSE ने इस बात की जानकारी दी है कि परीक्षा आयोजित करना क्यों आवश्यक है।
CBSE सेकेंड्री और सीनियर सेकेंड्री बोर्ड परीक्षा परिणामों से असंतुष्ट छात्र निराश भी होंगे। ऐसे में CBSE ने इसके लिए एक बेहतरीन विकल्प तैयार किया है। यदि छात्र अपने किसी विषय या कुछ विषयों या सभी विषयों में मिले प्राप्ताकों के असंतुष्ट होते हैं तो वे केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा उपलब्ध कराये विभिन्न विकल्पों को अपनाकर अपने प्राप्तांकों का सत्यापन कर सकते हैं
इस अफसर ने अपनी मार्कशीट शेयर कर बच्चों को मोटिवेट किया। आईएएस ऑफिसर नीतिन सागवान ने अपनी 12वीं क्लास की मार्कशीट शेयर की। इस मार्कशीट को देखकर आपको पता चल जाएगा कि जिंदगी बोर्ड के रिजल्ट से बहुत अलग है।
लड़कियों ने फिर से लड़कों से बाजी मारी है। लड़कियों का पास पर्सेंट 93.31 रहा, जबकि लड़कों का 90.14% रहा। इस तरह लड़कियां 3.17% आगे रहीं। पिछले साल की तुलना में लड़कियां का प्रदर्शन 0.9% सुधरा है, लड़कों का जस का तस है।
दरअसल स्टूडेंट्स की संख्या ज्यादा होने की वजह से कई बार वेबसाइट नहीं खुलती, ऐसे में आप दूसरे तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस बार भी सीबीएसई बोर्ड दसवीं में कुल 18 लाख से ऊपर स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी है।
सीबीएसई ने आज यानी 13 जुलाई, 2020 को बोर्ड के आधिकारिक पोर्टल पर कक्षा 12 के परिणाम घोषित किए। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सीबीएसई कक्षा 12 का परिणाम 2020 तक अपनी आधिकारिक वेबसाइट - cbserseresults.nic.in पर उपलब्ध करा दिया है।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (Central Board of Secondary Education, CBSE) के 10वीं, 12वीं के रिजल्ट का लाखों स्टूडेंट्स को इंतजार है। पिछले दिनों 10वीं-12वीं के रिजल्ट को लेकर एक नोटिस वायरल हुआ था, जिसे सीबीएसई ने खारिज कर दिया था।
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा,‘‘ जैसा कि सीबीएसई ने स्पष्ट किया है कि स्कूलों को एनसीईआरटी वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर का पालन करने की सलाह दी गई है, जिसके तहत और इन सभी टॉपिक्स को उसके तहत लाया गया है। कोविड-19 महामारी के कारण उठाया गया यह एक बार का कदम है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी ट्वीट करके जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश में देश और दुनिया में असाधारण स्थिति को देखते हुए सीबीएसई को सलाह दी गई है कि वो पाठ्यक्रम में कमी करे।