Budget 2022 : स्वास्थ्य सेवाओं का खर्च कम है, लेकिन यह लगातार बढ़ रहा है। यही वजह है कि शिशु मृत्यु दर के मामले में हमारा देश काफी बदलाव ला चुका है। 1955 तक जहां प्रति हजार 181 बच्चों की मृत्यु हो जाती थी, वहीं अब देश में यह आंकड़ा 32 पर सिमट चुका है। देश में अस्पतालों में प्रसवों की संख्या भी बढ़ी है। इसलिए माना जा रहा है कि स्वास्थ्य के प्रति लोगों में जागरूकता आई है।
हुरुन लिस्ट में सबसे अमीर भारतीय मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज का मूल्यांकन (Reliance Industries Market Cap) 16.7 लाख करोड़ रुपए है। इसके बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (13.1 लाख करोड़ रुपए) और एचडीएफसी बैंक (9.1 लाख करोड़ रुपए) हैं।
पहली तिमाही में इंडियन इकोनॉमी (Indian Economy) में 20 फीसदी से ज्यादा तेजी देखने को मिली थी, जबकि दूसरी तिमाही के आंकड़ें भी सकारात्मक देखने को मिले हैं। पिछले साल की दूसरी तिमाही के मुकाबले जबरदस्त तेजी आई है।
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि राहुल गांधी को सवाल उठाने से पहले थोड़ा अध्ययन करना चाहिए। दरअसल, राहुल गांधी ने जीडीपी का अर्थ गैस, डीजल और पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि बताया था।
कोरोना महामारी के बाद 2021-22 की पहली तिमाही में GDP में जबर्दस्त ग्रोथ को केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने देश के लिए एक सुनहरे कल की शुरुआत बताया है।
मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने कहा, ‘हमारे मैक्रोइकॉनॉमिक फंडामेंटल, चाहे वह मुद्रास्फीति हो, चालू खाता घाटा, विदेशी मुद्रा भंडार, और अन्य सभी मेट्रिक्स स्पष्ट रूप से इंगित करते हैं कि हमारे फंडामेंटल बहुत मजबूत हैं।’
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इस बार रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में बदलाव ना करने का फैसला किया है। रेपो रेट 4% और रिवर्स रेपो रेट 3.35% बरकरार रहेगा। यानी होम लोन, ऑटो लोन या किसी भी तरह का लोन सस्ता नहीं होगा।
कोरोना के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ देश की अर्थव्यवस्था पर भी संकट है। चालू वित्त वर्ष (2020-21) में देश की अर्थव्यवस्था में 7.7 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है। इससे पहले 2019-20 में GDP में 4.2 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई थी।
2020-2021 के दूसरी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के आंकडे़ आ गए हैं। इस (जुलाई सितंबर तिमाही में) जीडीपी में 7.5 की गिरावट दर्ज की गई है। कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते पहली तिमाही में जीडीपी में 23.9% की गिरावट दर्ज हुई थी। वहीं, इस बार 10.7% गिरावट की उम्मीद जताई गई थी। हालांकि, अनुमान गलत साबित हुए।
चीन के अलीबाबा ग्रुप (Alibaba Group) के मालिकाना अधिकार वाली एंट फाइनेंशियल (Ant Financial) की आईपीओ (IPO) के लिए इन्वेस्टर्स ने 3 लाख करोड़ डॉलर (3 Trillion Dollar) की बिडिंग की है। यह दुनिया का सबसे बड़ा आईपीओ (IPO) है।