जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी देशद्रोह मामले में 15 मार्च से सुनवाई शुरू होगी। इस मामले में कोर्ट ने JNU छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और 9 लोगों को समन जारी किया है। इन सभी के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति मिलने के एक साल बाद दिल्ली की एक कोर्ट ने चार्जशीट पर संज्ञान लिया। सभी आरोपियों को 15 मार्च को तलब किया गया है।
कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सात महीने तक बंद रहने के बाद विश्वविद्यालय परिसर को दो नवंबर से चरणबद्ध तरीके से खोलने की शुरुआत हुई थी। अब चौथे चरण में सोमवार से पीडब्ल्यूडी-श्रेणी के पीएचडी के छात्रों को परिसर आने की अनुमति दी जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गुरुवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के परिसर में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण किया। बता दें कि प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वामी विवेकानंद की प्रतीमा का अनावरण किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी उपस्थित रहे।
पहले चर्चा थी कि जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को भी विधानसभा चुनाव में उतारा जा सकता है। लेकिन लिस्ट में उनका नाम नहीं है। इससे साफ़ हो गया कि बिहार चुनाव में कन्हैया को लेकर विपक्ष की योजना कुछ और है।
फरवरी में नागरिकता कानून (CAA) के विरोध में हुए दंगों (Delhi violence) के मामले में पुलिस ने रविवार को जेएनयू (JNU) के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद (Umar khalid) को गिरफ्तार कर लिया है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी।
तेजस्वी यादव और कन्हैया कुमार अब एक ही गठबंधन में हैं तो दोनों बिहार में चर्चा का विषय बन चुके हैं। क्या दोनों एक साथ मंच साझा करेंगे? साझा करेंगे तो कन्हैया के रुतबे के आगे तेजस्वी की हैसियत क्या होगी?
मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने NIRF की रैंकिंग जारी की। इस साल लिस्ट में पहली बार डेंटल कॉलेजों की कैटेगरी भी शामिल हुई है। ओवरऑल कैटेगरी में टॉप तीन इन्स्टीट्यूट्स में दो आईआईटी संस्थान हैं।
जेएनयू छात्र संघ के उपाध्यक्ष साकेत मून के अनुसार, विश्वविद्यालय परिसर से भारतीय जनसंचार संस्थान, दिल्ली की ओर जाने वाली सड़क का नामकरण किया गया।
आम आदमी के विधायक राघव चड्ढा ने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले 5 सालों में किसी भी कार्रवाई में अड़ंगा नहीं लगाया है। इसके अलावा उन्होंने इस प्रकिया पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि इन मामलों में निर्णय लेने का अधिकार सरकार को नहीं होना चाहिए
रतन टाटा की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल है। खासकर कुछ WhatsApp ग्रुप में। जो फोटो वायरल हो रही है उस पर लिखा है, "रतन टाटा साहब की ओर से बड़ी घोषणा: अब से टाटा ग्रुप ऑफ कंपनीज JNU के किसी स्टूडेंट को नौकरी नहीं देगा