लोगों के बीच इमेज बनाने और बिगाड़ने में आपकी भाषा की बहुत खास योगदान रहता है। कुछ लोग हमेशा कड़वा बोलते हैं, ऐसे लोगों से कोई बात नहीं करना चाहता, बल्कि लोग दूर भागते हैं। जबकि जो लोग मीठा बोलते हैं उनकी इमेज बहुत अच्छी होती है।
जीवन की इस आपा-धापी में हर कोई आगे निकलता चाहता है। चाहे इसके लिए उसे कुछ भी क्यों न करना पड़े। सभी लोग अपने व्यक्तिगत स्वार्थ पूरे करने में लगे हैं। अपने आस-पास रहने वाले लोगों के बारे में कोई सोच ही नहीं रहा है।
कुछ लोग जब भी नया काम शुरू करते हैं जो उसमें उन्हें असफलता मिलने का भय बना रहता है। शायद इसी कारण वे सफल नहीं हो पाते। जबकि कुछ लोग जब तक सफल न हो जाएं उस काम में लगे रहते हैं और लक्ष्य की प्राप्ति तक मेहनत करते रहते हैं।
कुछ लोग बहुत नकारात्मक होते हैं यानी उन्हें काम में असफलता ही नजर आती है। ऐसे लोगों से हमेशा बचकर रहना चाहिए। हमारे आस-पास ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो हमारी मेहनत और काबिलियत से जलते हैं या फिर ठीक से आंकलन नहीं कर पाते।
जब हम किसी चीज़ से जुड़ जाते हैं, तो उसके छिन जाने पर या दूर जाने पर हमें दुःख होता है. लेकिन यदि हम किसी चीज़ को ख़ुद से अलग कर देखते हैं, तो एक अलग सी आज़ादी महसूस करते हैं और दु:ख हमें छूता तक नहीं है।
अक्सर लोग दूसरों को स्वयं से कमतर या मूर्ख समझते हैं। उन्हें लगता है संसार में वे ही सबसे ज्ञानी हैं बाकी लोगों में तो समझ ही नहीं है। लेकिन ऐसा होता नहीं है। कुछ लोग अपने ज्ञान का प्रदर्शन नहीं करते और चुपचाप अपने कार्य की प्रगति में लगे रहते हैं।
जो लोग ईमानदार हैं, उन्हें देर ही सही, लेकिन सफलता जरूरत मिलती है। इसीलिए इस गुण को छोड़ना नहीं चाहिए, बेईमानी से कुछ पलों का लाभ मिल सकता है, लेकिन भविष्य में इसकी वजह से परेशानियां जरूर होती हैं।
कई बार अज्ञानता का कारण हम अकारण ही डर जाते हैं और दूसरों को भी डरा देते हैं। किसी भी बात की निष्कर्ष निकालने से पहले अच्छी तरह सोच-विचार करें और इसके बाद ही किसी को बताएं। हम सभी को ऐसा करने से बचना चाहिए और सोच-समझकर ही कोई निर्णय लेना चाहिए।
कभी-कभी हम हम किसी की आधी-अधूरी बात सुनकर बहस करने लगते हैं। खुद को सही साबित करने में लगे होते हैं, जबकि एक सिक्के के कई पहलू होते हैं। हो सकता है कि हमने सिर्फ एक ही पहलू देखा हो। सच को पूरा जानने के लिए दूसरे पहलू को भी देखना जरूरी होता है।
कुछ लोग हमेशा अपनी ही समस्याओं में उलझे रहते हैं। जबकि उन्हें पता होता है कि वो पास खड़े व्यक्ति की मदद करके उसकी परेशानी आसानी से दूर कर सकते हैं। ऐसा करने से संभव है कोई दूसरा व्यक्ति आपकी मदद करने को तैयार हो जाए और आपकी परेशानी भी दूर हो सके।