PM मोदी ने पूर्व पीएम पीवी नरसिम्हा राव गारू को भारत रत्न देने की घोषणा करते हुए ट्वीट किया।PM मोदी ने एक्स पोस्ट पर लिखा कि यह बताते हुए मुझे खुशी हो रही है कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्री पीवी नरसिम्हा राव गारू को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा।
Narasimha Jayanti 2023: इस बार नृसिंह चतुर्दशी का पर्व 4 मई, गुरुवार को मनाया जाएगा। मान्यता के अनुसार, इसी तिथि पर भगवान विष्णु ने नृसिंह रूप लेकर हिरण्यकश्यप का अंत किया था। इस दिन नृसिंह मंदिरों में विशेष पूजा की जाती है।
Narasimha Dwadashi 2023: होली की एक कथा भगवान नृसिंह से भी जुड़ी है। होली से पहले आने वाली द्वादशी तिथि पर भगवान नृसिंह की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस बार ये तिथि 3 मार्च को आ रही है। इस दिन कई शुभ योग भी बन रहे हैं।
Joshimath Narasimha Temple: उत्तराखंड का जोशीमठ हिंदुओं की आस्था का केंद्र हैं क्योंकि यहां कई प्राचीन मंदिर हैं। इनमें से नृसिंह बदरी का मंदिर भी एक है। इस मंदिर से कई कथाएं जुड़ी हैं। कहां जाता है कि स्वयं आदि गुरु शंकराचार्य ने इस मंदिर की स्थापना की थी।
आज (14 मई, शनिवार) वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी (Narasimha Jayanti 2022) तिथि है। धर्म ग्रंथों के अनुसार इसी तिथि पर भगवान विष्णु ने नृसिंह रूप में अवतार लेकर हिरण्यकशिपु का वध किया था।
आज (14 मई, शनिवार) वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। इस दिन नृसिंह जयंती (Narasimha Jayanti 2022) का पर्व मनाया जाता है। इसे नृसिंह चतुर्दशी भी कहते हैं।
भगवान विष्णु ने दुष्टों का नाश करने के लिए समय-समय पर कई अवतार लिए। नृसिंह अवतार (Narasimha Jayanti 2022) भी इनमें से एक है। भगवान श्री नृसिंह शक्ति तथा पराक्रम के देवता माने जाते हैं।
वैशाख मास (Vaishakh month 2022) के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को भगवान नृसिंह का प्रकटोत्सव (Narasimha Chaturdashi 2022) मनाया जाता है। इस बार ये तिथि 14 मई, शनिवार को है।
इस बार 17 मार्च को होलिका दहन (Holika Dahan 2022) किया जाएगा। ये पर्व हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस पर्व की कथा दैत्यों के राजा हिरण्यकश्यप से जुड़ी है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, जब दैत्यों के राजा हिरण्यकश्यप (Hiranyakashipu) का अत्याचार बहुत बढ़ गया तो भगवान विष्णु (Lord Vishnu) ने नृसिंह अवतार (Narasimha Dwadashi 2022) लेकर उसका वध किया था।