Gujarat Assembly Election 2022: पाटीदार आंदोलन में हार्दिक पटेल के साथ कदम से कदम मिलाकर चलीं रेशमा ने जब उनका साथ छोड़ा और भाजपा में शामिल हुईं, तब हार्दिक को कांगेस का एजेंट बताया। इसके बाद भाजपा छोड़ एनसीपी में गईं, तो भाजपा को मार्केटिंग कंपनी कहा।