Afganistan से अमेरिकी सेना की वापसी ने कई देशों को चौंकाया है। लेकिन अब आतंकवादी संगठन ISIS ने भी इसे अमेरिका की साजिश करार दिया है। US इस संगठन को तालिबान से बड़ा खतरा मानता है।
taliban को जायज ठहराकर मशहूर शायर मुनव्वर राणा 'बदनाम शायर' हो गए हैं। तालिबान की तुलना रामायण के रचयिता महर्षि बाल्मीकि से करने पर उनके खिलाफ FIR दर्ज हो गई है। वहीं, अब वे social media के निशाने पर हैं।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे (Taliban in Afghanistan) के खिलाफ स्थानीय स्तर के अलावा दुनियाभर में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
ह्यूमन राइट्स ग्रुप्स ने चिंता जताई थी कि तालिबान, सोशल मीडिया ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर लोगों को डिजिटल हिस्ट्री खंगाल सकता है।
तालिबान कितना क्रूर है इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि अचकजई की मौत के बाद भी तालिबानी लड़ाके उनपर गोलियां चलाते रहे।
अमेरिकी इंटेलीजेंस को इस बात का अनुमान भी नहीं था कि सबकुछ इतनी जल्दी हो जाएगा। आशय अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान छोड़ने के तालिबान के तेजी से उभरने को लेकर था। नतीजा यह हुआ कि अमेरिकी सेना को अपने लोगों के बचाव के लिए खास अभियान चलाना पड़ा।
ये Videos अफगानिस्तान में Taliban की दहशत को दिखाते हैं। काबुल एयरपोर्ट पर डरे-सहमे लोग बैठे हैं। वे हर हाल में बाहर निकलना चाहते हैं। इसके लिए अपनी जान तक जोखिम में डाल रहे हैं।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्थानीय लोगों ने Taliban के सफेद झंडे को हटाने की कोशिश की, जिसके बाद Taliban लड़ाकों ने फायरिंग कर दी।
अफगानिस्तान पर कब्जा कर चुके Taliban का समर्थन करने वाले सपा सांसद शफीकुर रहमान पर पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। इस बीच ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने तालिबान की तारीफ करके विवाद छेड़ दिया है।
Afghanistan में Taliban की वापसी के बाद वहां अभी भी 500 से अधिक भारतीय फंसे हुए हैं। उन्हें वहां से सुरक्षित निकालने मंगलवार को PM ने हाईलेवल मीटिंग की थी। अब विदेशमंत्री यह मुद्दा UNSC में उठाएंगे।