आईआईटी दिल्ली के स्पेशलिस्ट ने इस पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की थी। इस टॉवर के स्ट्रक्चरल कमियों को बताते हुए इसके गिराने का सुझाव दिया था। बताया गया था कि इसका मरम्मत असंभव है।