यूके के पीएम बोरिस जॉनसन ने संसद में कहा कि लंदन की वित्तीय प्रणाली से रूसी बैंकों को बाहर रखने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने संसद में रूस पर लगाए जा रहे प्रतिबंध और देश पर इसके प्रभाव की जानकारी दी है।
गुरुवार तड़के रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के पूर्वी डोनबास इलाके में सैन्य कार्रवाई की घोषणा की थी। इसके बाद से यूक्रेन के सैन्य ठिकानों पर रूस लगातार हमले कर रहा है। सैन्य बुनियादी ढांचों, एयर डिफेंस और एयर फोर्स के ठिकानों पर हमले किए जा रहे हैं।
प्रधान मंत्री मोदी ने यूक्रेन में भारतीय नागरिकों, विशेष रूप से छात्रों की सुरक्षा के बारे में भारत की चिंताओं के बारे में रूसी राष्ट्रपति पुतिन को भी अवगत कराया और बताया कि भारत उनके सुरक्षित निकास और भारत लौटने को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।
उर्वशी रौतेला दो दिन पहले यूक्रेन में फिल्म की शूटिंग कर रही थी। वो वहां ही अभी होती अगर जन्मदिन को लेकर उनका प्लान नहीं बदला होता। अभिनेत्री की 25 फरवरी को जन्मदिन (Urvashi Rautela Birthday) है।
रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण किए जाने के बाद की स्थिति पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमिटी की बैठक की। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय लोगों को सुरक्षित निकालना पहली प्राथमिकता है। भारत सरकार जमीन के रास्ते भारतीय नागरिकों और छात्रों को निकालने की कोशिश कर रही है।
रूस-यूक्रेन की जंग के बीच सोशल मीडिया पर लोग अपने रिएक्शन दे रहे हैं। इसी बीच, फिल्म 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' में सर्किट का रोल निभा चुके एक्टर अरशद वारसी (Arshad Warsi) ने भी एक मीम शेयर किया है। हालांकि, लोगों को अरशद वारसी का ये अंदाज पसंद नहीं आया।
वाराणसी में पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने यूक्रेन विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत चाहता है कि शांति कायम होनी चाहिए। बातचीत से हल निकाला जाना चाहिए। युद्ध की स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए, यही भारत की सोच है।
यूक्रेन की केपिटल कीव में स्थित भारतीय दूतावास (Indian Embassy) की तरफ से अपने इंडियन लोगों के लिए एडवायज़री जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि यूक्रेन में बहुत भारी अनिश्चितता का माहौल है। आप सभी से अपील की जाती है कि शांति बनाए रखें ।
रूस के हमले के दौरान भारतीय छात्र नीलेश यूक्रेन की राजधानी कीव में फंसे हुए हं। उन्होंने बातया किया यहां पर हमारा खाना पीने का सामान खत्म हो चुका है। जो पैसे पास में थे वह भी खर्च हो गए हैं। फिर भी हम किसी तरह से खाना और पानी एकट्ठा करने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं।