वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में बुरी शक्तियों को नकारात्मक उर्जा और अच्छी शक्ति को सकारात्मक उर्जा के रूप में देखा जाता है। उर्जा का प्रवाह जिस तरह से व्यक्ति और उसके घर पर होता है उसका असर व्यक्ति के स्वास्थ्य, सुख और धन पर भी होता है।
हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार मां लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) को धन और ऐश्वर्य की देवी बताया गया है। मां लक्ष्मी की कृपा से ही समस्त लोकों में धन वैभव है। मनुष्य तो मनुष्य देवता गण भी श्रीहीन होने से घबराते हैं। आप घर में सही दिशा और सही स्थान पर दीपक प्रज्वलित करके मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाली ऐसी अनेक वस्तुएं हैं, जो दिखने में तो साधारण लगती हैं, लेकिन ये कई तरह के लाभ पहुंचाती हैं। इनसे जुड़े उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और ग्रह दोष भी दूर होते हैं।
हर व्यक्ति चाहता है कि उसके व्यापार दुकान में दिन दूनी और रात चौगुनी तरक्की हो। इसके लिए ज्योतिष व वास्तु से जुड़े कई उपाय भी किए जा सकते हैं। यदि आप किसी भी तरह का व्यापार करते हैं और आपकी भी कोई दुकान है, तो वास्तु (Vastu Tips) में बताई गई इन महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखकर आप अपने व्यापार में तरक्की प्राप्त कर सकते हैं
वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में कुछ ऐसी मूर्तियों के बारे में बताया गया है जिन्हें घर में रखना बेहद शुभ होता है। इन मूर्तियों को घर में रखने से तरक्की और आर्थिक उन्नति प्राप्त होती है। आपके घर में सकारात्मकता आती है और आपके सौभाग्य में वृद्धि होती है।
जिस घर में वास्तु दोष (Vastu Dosh) होता है, वहां कुछ न कुछ परेशानियां चलती रहती है, जिनकी वजह से धन आता कम हैं और खर्च अधिक होता है। ऐसे में व्यक्ति के धनवान होने का सपना पूरी नहीं हो पाता।
वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) कहता है कि घर में वास्तु दोष (Vastu dosh) होने से नकारात्मकता बढ़ती है, जिसकी वजह से भी बच्चे के मन की एकाग्रता(concentration) नहीं बन पाता है और बच्चे पढ़ाई (Study) करते समय बहुत जल्दी ऊब जाते हैं।
वास्तु शास्त्र (Vastu) के अनुसार घर की छत (Terrace) पर कबाड़ यानी बेकार की चीजें रखने से घर में निगेटिविटी बढ़ती है। साथ ही इसके कारण पितृ दोष भी लगता है। इसका असर पूरे परिवार के लोगों पर पड़ता है। यह गंभीर वास्तु दोष (Vastu dosh) की श्रेणी में आता है। इससे घर में वाद-विवाद की संभावना बढ़ जाती है, साथ ही परिवार का कोई-न-कोई सदस्य हमेशा बीमार रहता है। कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रख इस दोष के अशुभ परिणाम से बचा जा सकता है।