धर्म ग्रंथों में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए अनेक व्रत किए जाते हैं। प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2022) भी इनमें से एक है। ये व्रत प्रत्येक हिंदू महीने के दोनों पक्षों (शुक्ल व कृष्ण) की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है।
धर्म ग्रंथों में एकादशी तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। हिंदू पंचांग के अनुसार, एक महीने में 2 एकादशी तिथि आती है। इस तरह साल में कुल 24 एकादशी होती हैं। ये सभी भगवान विष्णु को प्रिय है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार प्रत्येक मास के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2022) किया जाता है। इस व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस बार 28 अप्रैल, गुरुवार को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को सौभाग्य सुंदरी व्रत (Saubhagya Sundari Vrat 2022) किया जाता है। इस दिन महिलाएं देवी पार्वती को प्रसन्न करने के लिए व्रत और पूजा करती हैं। इस बार ये व्रत 4 अप्रैल, सोमवार को है।
हिंदू धर्म में घर-परिवार की सुख-समृद्धि और परेशानियों को दूर करने के लिए अनेक व्रत आदि कीए जाते हैं। दशा माता व्रत (Dasha Mata Puja 2022) भी उनमें से एक है। ये व्रत चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि को किया जाता है। इस बार ये तिथि 27 मार्च, रविवार को है।
हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार प्रत्येक महीने के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। इस बार 14 फरवरी, सोमवार को माघ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। ये तिथि सोमवार को होने से ये सोम प्रदोष (Som Pradosh 2022) कहलाएगा।
धर्म ग्रंथों के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्लपक्ष की अष्टमी से आश्विन माह के कृष्णपक्ष की अष्टमी तक यानी 16 दिनों का महालक्ष्मी व्रत (Mahalaxmi Vrat 2021) किया जाता है। इस बार ये व्रत 14 से 29 सितंबर तक किया जाएगा।
सावन (Sawan) मास के प्रत्येक मंगलवार (Tuesday) को मंगला-गौरी (Mangla Gauri) व्रत किया जाता है। इस दिन देवी पार्वती (Devi Parvati) की पूजा विशेष रूप से की जाती है। कल यानी 3 अगस्त को भी महिलाओं द्वारा मंगला गौरी (Mangla Gouri) व्रत किया जाएगा। इसके बाद ये व्रत 10 और 17 अगस्त को आएगा। धर्म ग्रंथों के अनुासर ये व्रत अखंड सौभाग्य प्रदान करने वाला है। सुहागिन महिलाओं को ये व्रत विशेष रूप से करना चाहिए। इससे उनकी मनोकामना पूरी होंगी और घर में सुख-समृद्धि भी बनी रहेगी।
Mangala Gauri Vrat 2022: धर्म ग्रंथों के अनुसार, श्रावण मास के प्रत्येक मंगलवार को देवी पार्वती को प्रसन्न करने के लिए मंगला गौरी व्रत किया जाता है। इस बार सावन का पहला मंगला गौरी व्रत 19 जुलाई को है।
Mangla Gouri Vrat 2023: 25 जुलाई, मंगलवार को सावन का चौथा मंगला गौरी व्रत किया जाएगा। इस व्रत में देवी पार्वती की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस दिन कई शुभ योग बनेंगे, जिसके चलते इस व्रत का फल कई गुना होकर मिलेगा।