हिंदू धर्म में श्रावण (Shravan 2022) मास जिसे सावन भी कहते हैं का विशेष महत्व है। ये पूरा महीना भगवान शिव की भक्ति के लिए प्रसिद्ध है। इस बार श्रावण मास का आरंभ 14 जुलाई से हो रहा है, जो 11 अगस्त तक रहेगा।
पंचांग के अनुसार, हिंदी कैलेंडर का चौथा महीना आषाढ़ (Ashadha Month 2022 Vrat Tyohar) होता है। ये महीना धार्मिक दृष्टिकोण से बहुत ही खास माना जाता है। इसी महीने में वर्षा ऋतु का आरंभ भी होता है।
हिंदू धर्म में वैसे तो हर एकादशी का अपना अलग महत्व बताया गया है, लेकिन इन सभी में निर्जला एकादशी का महत्व सबसे अधिक है, क्योंकि इसके नियम बहुत कठिन हैं।
हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास की अमावस्या को वट सावित्री व्रत (Vat Savitri Vrat 2022) किया जाता है। ये व्रत महिलाएं अखंड सौभाग्य की इच्छा से करती हैं और कामना करती हैं कि उनके परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहे। इस बार ये व्रत 30 मई, सोमवार को है।
हिंदू धर्म में घर-परिवार की सुख-समृद्धि और अखंड सौभाग्य के लिए की व्रत किए जाते हैं। वट सावित्री व्रत (Vat Savitri Vrat 2022) भी इनमें से एक है। ये व्रत ज्येष्ठ मास की अमावस्या पर किया जाता है। इस बार ये व्रत 30 मई, सोमवार को है।
June Calendar 2022 Vrat Festivals: साल 2022 का पांचवां महीना मई जल्दी ही समाप्त होने वाला है। इसके बाद जून शुरू होगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, जून के पहले दिन ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितिया तिथि रहेगी। इस दिन सर्वार्थसिद्धि योग नाम का शुभ योग भी बन रहा है।
हिंदू धर्म में वृक्षों को भी देवताओं के रूप में पूजा जाता है। ये परंपरा वैदिक काल से चली आ रही है। समय-समय पर इन वृक्षों से संबधित त्योहार भी मनाए जाते हैं। वट सावित्री व्रत (Vat Savitri Vrat 2022) भी इनमें से एक है।
हर साल ज्येष्ठ मास की अमावस्या पर वट सावित्री (Vat Savitri Vrat 2022) का व्रत किया जाता है। इस व्रत का विशेष महत्व धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस बार ये व्रत 30 मई, सोमवार को है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, अभी ज्येष्ठ मास चल रहा है। इस महीने की अमावस्या तिथि का महत्व अनेक धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस दिन वट सावित्री (Vat Savitri Vrat 2022) का व्रत विशेष रूप से किया जाता है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को वट सावित्री (Vat Savitri Vrat 2022) का व्रत किया जाता है। हिंदू धर्म में इस व्रत का विशेष महत्व है। इस बार ये व्रत 30 मई, सोमवार को किया जाएगा।