पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में सारे देश की नजर सबसे पहले बंगाल पर है। नंदीग्राम विधानसभा सीट के लिए नामांकन भरने पहुंचीं ममता बनर्जी भाजपा के हिंदुत्व कार्ड में फंस गईं। वे नामांकन भरने से पहले शिवमंदिर पहुंचीं। इसके बाद पदयात्रा निकालकर हल्दिया में अपना नामांकन भरा। इससे पहले मंगलवार को चंडी पाठ करके घर से नंदीग्राम के लिए निकली थीं। इधर, बुधवार को संसदीय दल की बैठक में मोदी ने भरोसा जताया कि इस बार बंगाल की जीत सुनिश्चित है।
प बंगाल में ममता सरकार में मंत्री सिद्दीकुल्ला चौधरी ने विवादास्पद बयान दिया है। सिद्दीकुल्ला चौधरी ने कहा, बंगाल में 1000-1200 साल से गाय का मांस खाया जाता है। इसका वोट से कोई मतलब नहीं है। चौधरी ने दावा किया कि इस चुनाव में मुस्लिम नरेंद्र मोदी को वोट नहीं देगा।
प बंगाल में 27 मार्च से 8 चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले शनिवार को कांग्रेस ने 13 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। हालांकि, इससे पहले भाजपा ने 57 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया। वहीं, ममता शुक्रवार को ही 291 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम जारी कर चुकी हैं।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में तृणमूल और भाजपा के खिलाफ एक जुट हुए लेफ्ट, कांग्रेस और इंडियन सेक्युलर फ्रंट(ISF) में सीटों के बंटवारे पर सहमति बन गई है। माना जा रहा है कि 8 मार्च को 60 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की जा सकती है। यह लिस्ट पहले और दूसरे चरण के लिए होगी। बंगाल में 8 चरणों में इलेक्शन है।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति अपने चरम पर पहुंच गई है। बंगाल में चुनावी हिंसा का पुराना इतिहास रहा है। इसीलिए इस बार केंद्रीय सुरक्षाबलों की 1000 से ज्यादा टीमें वहां भेजी जा रही हैं। इस बीच इंडियन सेक्युलर फ्रंट(ISF) के कार्यकर्ता के घर से पुलिस ने बम और भारी मात्रा में हथियार बरामद किए हैं। जानिए हैं कौन हैं इसके लीडर...
पश्चिम बंगाल में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा और तृणमूल की इमेज दांव पर लगी है। ममता बनर्जी फिर से सरकार में आने की जोरआजमाइश कर रही हैं, वहीं भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। बंगला में 8 चरणों में चुनाव होने हैं। रविवार को कोलकाता में मोदी की विशाल सभा होगी।
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को प बंगाल समेत 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया। प बंगाल में 8 चरणों 27 मार्च, 1 अप्रैल, 6 अप्रैल, 10 अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल में मतदान होगा। वहीं, नतीजे 2 मई को आएंगे।
कोकीन मामले में गिरफ्तार पामेला गोस्वामी और राकेश सिंह भाजपा के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं। बता दें कि पामेला गोस्वामी पश्चिम बंगाल का जाना-माना चेहरा हैं। वहीं, राकेश सिंह भी राजनीति में खासा दखल रखते हैं। भाजपा को समझ नहीं आ रहा कि इस मामले में वो किधर जाए।
गुजरात निकाय चुनाव में अहमदाबाद में 7 पार्षद जीतने के बाद AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के तेवर बदल गए गए हैं। बंगाल के मटियाबुर्ज में रैली की परमिशन नहीं मिलने के बाद औवेसी ने प्रशासन को आड़े हाथ ले लिया। उन्होंने कहा कि अमित शाह की रैली को इजाजत दी जाती है, तो उन्हें क्यों नहीं?
पश्चिम बंगाल में आ रहे विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत सुलग उठी है। इस समय सभी राजनीति दलों का पूरा ध्यान बंगाल पर टिका है। अगर यहां तृणमूल की वापसी होती है, तो मोदी का कद कम हो जाएगा। अगर भाजपा काबिज होती है, तो निश्चय ही बाकी पार्टियों के लिए खतरे की घंटी होगी। इस बीच समय से पहले सुरक्षाबलों के पहुंचने से तृणमूल का पारा तमतमा गया है।