सार्क बैठक : विदेश मंत्री जयशंकर ने आतंकवाद को बताया बड़ी समस्या, कहा- बुराई को हराने के लिए सभी संकल्प ले

Sep 24 2020, 06:33 PM IST

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरूवार को सार्क (SAARC) विदेश मंत्रियों की अनौपचारिक बैठक में बिना पाकिस्‍तान का नाम लिए आतंकवाद  पर निशाना साधा है। इसमें जयशंकर  ने सीमा पार से जारी आतंकवाद का मुद्दा उठाया। विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि सार्क के सामने तीन सबसे बड़ी चुनौतियां सीमापार से आतंकवाद, व्यापार में बाधा, कनेक्टिविटी में रुकावट हैं जिन्‍हें दूर करने के लिए सार्क देशों को कड़े फैसले लेने होंगे। CICA के एक जवाब में मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने की जरूरत नहीं है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग हैं और हमेशा रहेंगे।

दुनिया में आतंकवाद का कोई गढ़ है तो वह पाकिस्तान ही है, डॉ. वेदप्रताप वैदिक

Jul 26 2020, 06:17 PM IST

वरिष्ठ पत्रकार  डॉ. वेदप्रताप वैदिक  ने लिखा कि दक्षिण एशिया में आतंकी गतिविधियों पर संयुक्तराष्ट्र संघ की जो 26 वीं रपट आई है, उस पर सबसे ज्यादा ध्यान पाकिस्तान की इमरान सरकार का जाना चाहिए, क्योंकि इस रपट से पता चलता है कि दुनिया में आतंकवाद का कोई गढ़ है तो वह पाकिस्तान ही है। पाकिस्तान में अल-कायदा और ‘इस्लामिक स्टेट’ के दफ्तर हैं। पाकिस्तानी तालिबान आंदेालन भी वहीं से चलता है। पाकिस्तान में जन्मा और पनपा यह आतंकवाद अफगानिस्तान और हिंदुस्तान को तबाह करने पर उतारु है। संयुक्तराष्ट्र की रपट के मुताबिक कम से कम 200 आतंकवादी ऐसे हैं, जो भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और म्यांमार में हमले की तैयारी कर रहे हैं।