द मिडिल ईस्ट आई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामिक पवित्र स्थलों मक्का और मदीना में गाजा और फिलिस्तीन का समर्थन करने वाले कई मुसलमानों को हिरासत में लिया गया हैं।
जापान, आस्ट्रेलिया और फ्रांस समेत 13 देश भारत के साथ इस तरह का समझौता कर चुके हैं। हाल ही में इजरायल ने 90,000 फिलिस्तीनियों का परमिट रद्द करने के बाद भारत से तत्काल प्रभाव से एक लाख कामगारों की मांग की थी।
इजरायली पीएम बेंजामिन नेतनयाहू ने कहा कि इस जंग का अंत होने के बाद गाजा की पूरी जिम्मेदारी हमेशा-हमेशा के लिए इजराइल की होगी। इसके बाद इजराइल के रक्षा मंत्री ने भी साफ कर दिया कि इस युद्ध के खत्म होने के बाद इजराइल फिलिस्तीनियों के साथ क्या करेगा?
कोका-कोला और नेस्ले के प्रोडक्ट्स को फिलिस्तीन समर्थक एक देश ने बैन कर दिया है। आरोप है कि इन दोनों कंपनियों ने इजराइल के युद्ध का समर्थन किया है। जनता की मांग को देखते हुए वहां की पार्लियामेंट ने यह फैसला लिया है।
इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने बताया कि 'इजरायली सेना गाजा शहर के मध्य तक पहुंच चुकी है। हमास पर शिकंजा कसा जा रहा है। हमास को पूरी तरह खत्म कर देना ही हमारा लक्ष्य है और हम उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।'
इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध के बीच इजराइल ने फिलीस्तीनी वर्कर्स के वर्क परमिट कैंसिल कर दिए हैं। इसके साथ ही इजराइल में कंट्र्क्शन वर्क में भारतीय श्रमिकों की डिमांड बढ़ गई है।
इजराइल और गाजा पट्टी (Israel Gaza) को कंट्रोल करने वाले संगठन हमास के बीच युद्ध जारी है और 7 नवंबर को इस जंग के 1 महीने पूरे हो रहे हैं। इस बीच यूनाइटेड नेशंस ने बड़ा बयान दिया है।
हमास-इजराइल के बीच चल रहे युद्ध को एक महीने से भी ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन जंग थमती नजर नहीं आ रही है। इसी बीच, साउथ अफ्रीका ने भी अब गाजा पर इजराइल के हमले को नरसंहार बताते हुए उसके खिलाफ सख्त एक्शन लेने की बात कही है।
इजराइल और हमास के बीच की जंग (Israel Hamas War) अब एक महीने के करीब पहुंच गई है और इसमें 10 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच इजराइल लगातार हमले कर रहा है।
फिलिस्तीनी समर्थक साइबर हैकर्स इजरायल का समर्थन कर रहे देशों को अपना निशाना बना रहे हैं। पहले इन हैकर्स के टारगेट पर इजराइली हुआ करते थे लेकिन विदेशी नेताओं का इजराइल के पक्ष में आने के बाद इनके टारगेट बदल गए हैं।