गूगल ने इजरायल के साथ प्रोजेक्ट निंबस का करार किया था। इसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने वाले 20 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है। इससे पहले इसी तरह के मामले में अपने 28 एम्पलाई को नौकरी से निकाला था।
1 अप्रैल, 2024 को दमिश्क में ईरानी कांसुलर भवन पर हमले के बाद 13 अप्रैल को ईरान ने इजराइल पर करीब 250 मिसाइलें और ड्रोन दाग दी थी। जिससे बाद से तनाव बढ़ गया।
इजराइल पर ईरान द्वारा किए गए हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू कई बार वॉर कैबिनेट की मीटिंग कर चुके हैं। साथ ही इस जंग में अब रूस की भी एंट्री होती दिख रही है।
12 अप्रैल को पिछले कारोबारी सत्र में दर्ज किए गए 399.67 लाख करोड़ रुपए की तुलना में निवेशकों का 8.21 लाख करोड़ रुपए स्वाहा हो गया। यह घटकर 391.46 लाख करोड़ रुपए पर आ गया।
इजराइल और ईरान के बीच 1979 की इस्लामी क्रांति से दुश्मनी चली आ रही है, बावजूद इसके कभी भी ईरान ने इजराइल पर सीधा सैन्य हमला नहीं किया था। यह पहली बार है जब सीधे तौर पर मिसाइलें और ड्रोन दागे गए हैं। जिसे लेकर कई सवाल उठ रहे हैं।
इजराइली सेना ने ईद से ठीक पहले गाजा को एक बार फिर दहला दिया है। IDF ने दीर अल-बलाह और नुसीरत शरणार्थी शिविरों को निशाना बनाते हुए हमले किए, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हैं।
ईद से पहले फिलिस्तीनियों के लिए अच्छी खबर है। 6 महीने से चल रहे युद्ध के बीच इजराइल ने गाजा के साथ इरेज क्रॉसिंग बॉर्डर खोलने का फैसला किया है। इससे अब फिलिस्तीनियों तक ज्यादा से ज्यादा मानवीय मदद पहुंच सकेगी।
इजराइल में हुए मिसाइल हमले के कारण एक भारतीय की मौत हो गई है। जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। संभावना है कि ये हमला लेबनान में हिजबुल्ला की तरफ से किया गया है।
इजराइल और हमास के बीच जारी जंग और 99 दिन बीत चुके हैं और लड़ाई 100 दिनों की हो गई है। लेकिन यह जंग रूकने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच इजराइली डिफेंस फोर्सेस ने पूरे ऑपरेशन का रिकैप वीडियो शेयर किया है
यूनाइटेड नेशंस में भारत की परमानेंट रिप्रेजेंटेटिव रूचिका कंबोज ने इजराइल-हमार जंग में आम लोगों की मौत की आलोचना की है। भारत ने साफ कहा है कि आम लोगों की मौत किसी हाल में स्वीकार नहीं है।