Narak Chaturdashi 2022 Upay: दीपावली से एक दिन पहले नरक चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है। इसे रूप चतुर्दशी, यम चौदस, काली चौदस और छोटी दीपावली भी कहते हैं। इस दिन सुबह अभ्यंग स्नान किया जाता है और शाम को यम के निमित्त दीपदान किया जाता है।
Pushya Nakshatra 2022 Shopping:आज (18 अक्टूबर, मंगलवार) पुष्य नक्षत्र का योग दिन भर रहेगा। दीपावली से ठीक पहले पुष्य नक्षत्र का योग बहुत ही शुभ रहता है। पुष्य नक्षत्र को खरीदी का शुभ मुहूर्त भी कहा जाता है।
Shukra Pradosh 2022: इस बार 7 अक्टूबर, शुक्रवार को प्रदोष व्रत किया जाएगा। शुक्रवार को होने से ये शुक्र प्रदोष कहलाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। ऐसा करने से हर मुश्किल दूर हो सकती है।
Shukra Pradosh 2022: इस बार 23 सितंबर, शुक्रवार को शुक्र प्रदोष व्रत किया जाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस बार ये प्रदोष तिथि श्राद्ध पक्ष में होने से इसका विशेष महत्व माना गया है।
Pitra Dosh Upay: इन दिनों श्राद्ध पक्ष चल रहा है, जो 25 सितंबर तक रहेगा। मान्यता है कि इस दौरान हमारे मृत पूर्वज पितृ लोक से धरती पर आते हैं और आशा करते हैं कि हम उनकी आत्मा की शांति के लिए पूजा, उपाय आदि करें।
Shani Amavasya 2022: इस बार 27 अगस्त को भाद्रपद मास की अमावस्या है। इस दिन शनिवार होने से ये शनिश्चरी अमावस्या कहलाएगी। धर्म ग्रंथों के अनुसार, जिन लोगों पर शनि की ढय्या और साढ़ेसाती का प्रभाव हो, उनके लिए ये तिथि बहुत ही खास रहती है।
Bhadrapad Shivratri 2022: धर्म ग्रंथों के अनुसार, प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाता है। इस बार ये व्रत 25 अगस्त, गुरुवार को किया जाएगा। इस व्रत में भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
आज के समय में विवाह में देरी होना एक आम समस्या हो गई है। इसके कई कारण हो सकते हैं। सबसे बड़ा जो कारण है वो है ग्रहों की प्रतिकूल दशा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विवाह शीघ्र होना या देरी से आपकी कुंडली पर निर्भर करता है।
ज्योतिष (Astrology) में नवग्रहों के बारे में बताया गया है। ये नवग्रह अलग-अलग फल प्रदान करते हैं। हर एक ग्रह की स्थिति के अनुसार व्यक्ति के जीवन में शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह (Venus remedies) को भौतिक सुखों का कारक बताया गया है।
Vivah Panchami 2022: भगवान श्रीराम के विवाहोत्सव को हर साल विवाह पंचमी के रूप में मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 28 नवंबर, सोमवार को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान श्रीराम के मंदिरों मे विशेष आयोजन भी किए जाते हैं।