हिंदू नववर्ष का आरंभ चैत्र मास के शुक्ल पक्ष से होता है। इसी दिन से चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2022) भी शुरू होती है। इन 9 दिनों में और भी कई त्योहार मनाए जाते हैं। गणगौर तीज (Gangaur Teej 2022) भी इनमें से एक है।
5 अगस्त को श्रावण शुक्ल अष्टमी तिथि है। शुक्रवार को पहले स्वाती नक्षत्र होने से गद और उसके बाद विशाखा नक्षत्र होने से मातंग नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इनके अलावा इस दिन शुभ और शुक्ल नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे।
आज (13 मई, शुक्रवार) वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की द्वितिया तिथि शाम 5.29 तक रहेगी। इसके बाद त्रयोदशी तिथि आरंभ हो जाएगी। इसी दिन प्रदोष व्रत (Shukra Pradosh 2022) किया जाएगा। ये व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है।
हिंदू धर्म में भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए कई व्रत किए जाते हैं। विनायकी चतुर्थी (Vinayaki Chaturthi 2022) भी इनमें से एक है। ये व्रत प्रत्येक महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को किया जाता है। इस बार ये व्रत 4 मई, बुधवार को है।
ज्योतिष शास्त्र में पुष्य नक्षत्र को बहुत ही शुभ माना गया है। इस बार 22 दिसंबर, बुधवार को साल का अंतिम पुष्य योग का संयोग बन रहा है। बुधवार और पुष्य नक्षत्र का संयोग होने से ये बुध पुष्य कहलाएगा। इस दिन संकष्ठी चतुर्थी का व्रत भी किया जाएगा।
शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri 2021) की षष्ठी तिथि (इस बार 11 अक्टूबर, सोमवार) की प्रमुख देवी मां कात्यायनी हैं। महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर आदिशक्ति ने उनके यहां पुत्री के रूप में जन्म लिया था।
Vinayaki Chaturthi December 2022: किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान श्रीगणेश की पूजा जरूर की जाती है, इसलिए इन्हें प्रथम पूज्य भी कहा जाता है। महीने की दोनों चतुर्थी पर श्रीगणेश की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
Mokshada Ekadashi 2022 Upay: अगहन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी का व्रत किया जाता है। इस बार इस तिथि को लेकर ज्योतिषियों में मतभेद है। कुछ ज्योतिषियों का मत है ये तिथि 3 दिसंबर को तो कुछ का कहना है कि ये 4 दिसंबर को है।
Kaal Bhairav Ashtami 2022 Upay: इस बार 16 नवंबर, बुधवार को कालभैरव अष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन प्रमुख भैरव मंदिरों में साज-सज्जा की जाएगी और भोग-प्रसाद चढ़ाया जाएगा। इस दिन भगवान कालभैरव को प्रसन्न करने के लिए विशेष उपाय भी किए जाते हैं।
Vaikuntha Chaturdashi Upay: भगवान शिव और विष्णु हिंदू धर्म के प्रमुख देवता हैं। शिव को विनाशक कहा जाता है और विष्णु को पालनकर्ता। इन दोनों देवताओं की पूजा विशेष पर्वों पर की जाती है। वैकुंठ चतुर्दशी पर इन दोनों देवताओं की पूजा संयुक्त रूप से जाती है।