Amla Navami 2022 Upay: आंवला नवमी हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। ये पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 2 नवंबर, बुधवार को मनाया जाएगा। कई धर्म ग्रंथों में इस पर्व का महत्व बताया गया है।
Papankusha Ekadashi 2022: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन व्रत करने से जीवन की हर सुख प्राप्त हो जाता है। एक साल में 24 एकादशी तिथि आती है। हर एकादशी का अपना अलग महत्व और नाम है।
Parivartini Ekadashi 2022: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस बार 6 सितंबर, मंगलवार को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि रहेगी। इसे परिवर्तिनी एकादशी कहते हैं।
Govatsa Dwadashi 2022: धर्म ग्रंथों के अनुसार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि को गोवत्स द्वादशी का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व गाय व बछड़ों की पूजा की जाती है। इस दिन ये पर्व 23 अगस्त को है। कुछ स्थानों पर इसे बछबारस भी कहते हैं।
Bahula Chaturthi 2022: आज (15 अगस्त, सोमवार) भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस दिन बहुला चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इस व्रत में भगवान श्रीकृष्ण और गाय की पूजा करने का विधान है।
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज (Hariyali Teej 2022) का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 31 जुलाई, रविवार को है। इसे मधुश्रवा तीज भी कहते हैं। मान्यता है कि इस दिन शिव पार्वती का मिलन हुआ था।
पंचांग के अनुसार इस बार साल की पहली नवरात्रि यानी चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2022) 2 से 10 अप्रैल के बीच मनाई जाएगी। इसी के साथ नए साल की शुरूआत भी होगी। नवरात्रि के दौरान देवी के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाएगी। भक्तजन अलग-अलग तरीकों से देवी को प्रसन्न करने का प्रयास करेंगे।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को फुलेरा दूज (Phulera Dooj 2022) का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये तिथि 4 मार्च, शुक्रवार को है। इसे फुलरिया दोज (phulera dooj 2020) भी कहा जाता है।
इस बार 7 अक्टूबर, गुरुवार से शारदीय नवरात्रि (Sharadiya Navratri 2021) का आरंभ हो रहा है, जो 14 अकटूबर, गुरुवार तक मनाई जाएगी। नवरात्रि के पहले दिन देवी शैलपुत्री का पूजा की जाती है।
गणेश उत्सव के 10 दिनों में भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के कई उपाय किए जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि गणेश उत्सव के दौरान ये उपाय करने से घर में खुशियां आती हैं और परेशानियां दूर होती हैं।