Shraddh Paksha 2022: श्राद्ध पक्ष की द्वादशी तिथि को संन्यासी श्राद्ध करने की परंपरा है यानी यदि किसी पूर्वज ने संन्यास लिया हो और उसकी मृत्यु तिथि पता न हो तो उसका श्राद्ध पितृ पक्ष की द्वादशी तिथि पर करना चाहिए।
जेनिफर ने इस संबंध में अपनी राय भी दी है, उन्होंने कहा कि "दिमाग पर तेजी से बदलते फिजिकल मूवमेंट के प्रभाव बहुत ज्यादा होते हैं, ये अच्छा इम्पेक्ट भी छोड़ते हैं। , Move the Body, Heal the Mind किताब में इस विषय को बहुत शानदार तरीके से समझाया गया है।
इस बार 2 जनवरी, रविवार को पौष मास की अमावस्या है। इस दिन सूर्योदय मूल नक्षत्र में होगा जो शाम 4.37 तक रहेगा। इसके बाद पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। रविवार को पहले मूल नक्षत्र होने से सिद्धि और उसके बाद पू्र्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से शुभ नाम के योग बन रहे हैं।
Som Pushay 2022: ज्योतिष शास्त्र में पुष्य नक्षत्र को बहुत ही शुभ माना गया है। इस नक्षत्र में किए गए उपाय, पूजा, हवन, यज्ञ आदि का फल की गुना होकर मिलता है। इस नक्षत्र को खरीदी के लिए भी बहुत शुभ माना गया है। इसे खरीदी का महानक्षत्र भी कहा जाता है।
Nanda Saptami 2022: अगहन मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को नंदा सप्तमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये तिथि 30 नवंबर, बुधवार को है। इस दिन सूर्यदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। ये तिथि ज्योतिष उपायों के लिए भी उपयुक्त मानी गई है।
Surya Gochar November 2022: सूर्य को ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का राजा कहा जाता है। वहीं धर्म ग्रंथों में सूर्य को पंचदेवों में एक माना गया है। सूर्य हर 30 दिन में राशि बदलता है। सूर्य जब एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो इसे संक्रांति कहते हैं।
Amla Navami 2022 Upay: आंवला नवमी हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। ये पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 2 नवंबर, बुधवार को मनाया जाएगा। कई धर्म ग्रंथों में इस पर्व का महत्व बताया गया है।
Papankusha Ekadashi 2022: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन व्रत करने से जीवन की हर सुख प्राप्त हो जाता है। एक साल में 24 एकादशी तिथि आती है। हर एकादशी का अपना अलग महत्व और नाम है।
Parivartini Ekadashi 2022: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस बार 6 सितंबर, मंगलवार को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि रहेगी। इसे परिवर्तिनी एकादशी कहते हैं।
Govatsa Dwadashi 2022: धर्म ग्रंथों के अनुसार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि को गोवत्स द्वादशी का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व गाय व बछड़ों की पूजा की जाती है। इस दिन ये पर्व 23 अगस्त को है। कुछ स्थानों पर इसे बछबारस भी कहते हैं।