तंत्र उपायों में अनेक चीजों का उपयोग किया जाता है। काली गुंजा भी उनमें से एक है। काली गुंजा को तीव्र आकर्षण, सम्मोहन और वशीकरण करने के लिए उपयोग में लाया जाता है।
Chhath Puja Upay: ज्योतिष शास्त्र में कुल 9 ग्रह बताए गए हैं, इनमें से दो ग्रह हमें प्रत्यक्ष दिखाई देते हैं- सूर्य और चंद्रमा। सूर्य को सौर मंडल का राजा भी कहा जाता है। इस ग्रह का जितना महत्व ज्योतिष में है, उतना ही धर्म में भी है।
Sharadiya Navratri 2022: वैसे तो साल में 4 बार नवरात्रि पर्व आता है, लेकिन इन सभी में शारदीय नवरात्रि का खास महत्व है। इस दौरान देवी को प्रसन्न करने के लिए ज्योतिष व तंत्र उपाय भी किए जाते हैं, जिससे मनोकामना पूरी होती है।
Take Care In Summer : आपको लू लगी है या नहीं, इसके लक्षणों को जानना बेहद जरुरी है। लू लगने की दशा में बॉडी का टेम्परेचर बढ़ जाता है। शरीर थका हुआ महसूस करता है। शरीर में हरारत का अहसास होता है।
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को जलझूलनी और परिवर्तिनी आदि नामों से जाना जाता है। इस बार ये तिथि 17 सितंबर, शुक्रवार को है। इस दिन भगवान विष्णु और उनके अवतारों की विशेष पूजा की जाती है।
Kharmas Upay: हिंदू धर्म में खर मास का विशेष महत्व बताया गया है। इस महीने में भगवान विष्णु की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस बार खर मास 16 दिसंबर से 14 जनवरी 2023 तक रहेगा। इसे मल मास, क्षौर मास आदि नामों से भी जाना जाता है।
Vivah Panchami 2022: सुखी वैवाहिक जीवन हर कोई चाहता है, लेकिन सभी को ये सुख नहीं मिल पाता। हैप्पी मैरिड लाइफ के लिए कुछ ज्योतिषीय उपाय भी खास मौकों पर करने चाहिए। विवाह पंचमी भी उन खास मौकों में से एक है।
Diwali 2022 Upay: देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए अनेक मंत्रों और स्तुतियों की रचना की गई है। श्रीसूक्त भी इनमें से एक है। इस स्तुति का पाठ अगर शुभ योग में किया जाए तो धन से संबंधित हर परेशानि दूर हो सकती है। ये बहुत ही चमत्कारी स्तुति है।
Narak Chaturdashi 2022 Upay: दीपावली से एक दिन पहले नरक चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है। इसे रूप चतुर्दशी, यम चौदस, काली चौदस और छोटी दीपावली भी कहते हैं। इस दिन सुबह अभ्यंग स्नान किया जाता है और शाम को यम के निमित्त दीपदान किया जाता है।
Pushya Nakshatra 2022 Shopping:आज (18 अक्टूबर, मंगलवार) पुष्य नक्षत्र का योग दिन भर रहेगा। दीपावली से ठीक पहले पुष्य नक्षत्र का योग बहुत ही शुभ रहता है। पुष्य नक्षत्र को खरीदी का शुभ मुहूर्त भी कहा जाता है।