दिल्ली शिक्षा निदेशालय दिल्ली नर्सरी एडमिशन 2023 की पहली मेरिट लिस्ट 20 जनवरी को जारी कर रहा है। मेरिट लिस्ट आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होगी। यह उन अभिभावकों के लिए है, जो बच्चों को निजी / गैर सहायता प्राप्त स्कूलों में दाखिला देना चाहते हैं।
उम्मीदवारों को उनके केटेगरी के हिसाब से लागू आवेदन शुल्क यानी एप्लिकेशन फीस के अलावा 5000 रुपए का विलंब शुल्क देना होगा। निफ्ट यूजी/पीजी और एनएलईए (यूजी) बी.डेस और B.F Tech परीक्षाएं 5 फरवरी 2023 को आयोजित की जाएंगी।
New Education Policy 2020: नई शिक्षा नीति के तहत अब जल्द ही छात्र चार साल वाले ग्रेजुशन कोर्स में प्रवेश ले सकेंगे और इसे पूरा करने के बाद सीधे पीएचडी में एडमिशन ले पाएंगे। अब पीएचडी के लिए मास्टर कोर्स की जरूरत नहीं होगी।
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में अब स्पॉट राउंड के तहत एडमिशन दिया जाएगा। यूजी और पीजी कोर्स में छात्रों के पास दाखिला पाने का एक और मौका है। 15-16 नवंबर, 2022 से इसकी शुरुआत हो जाएगी। स्टूडेंट्स के लिए बीएचयू ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।
नेशनल एग्जिट टेस्ट अगर प्रस्तावित समय पर आयोजित की जाती है तो इसमें 2019-2020 बैच के छात्र-छात्राएं शामिल हो सकेंगे. इस परीक्षा के रिजल्ट के आधार पर ही 2024-25 बैच के पीजी मेडिकल कोर्सेस में एडमिशन दिया जाएगा।
ऐसे छात्र जो दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन पाना चाहते हैं लेकिन किसी वजह से एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाए थे, उनके पास दाखिला पाने का मौका है। डीयू की 9 हजार खाली सीटों पर इस प्रक्रिया के तहत एडमिशन दिया जाएगा।
लखनऊ के आयुष कॉलेजों में फर्जी एडमिशन के मामले में एसटीएफ ने केस दर्ज कर लिया है। आरोप है कि पांच-पांच लाख रुपए में सीटों का सौदा किया गया और बिना परीक्षा ही एडमिशन दे दिया गया है। पूरे मामले में कई सवाल खड़े हो गए हैं।
दिल्ली यूनिवर्सिटी में अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम में एडमिशन की प्रक्रिया चल रही है। दूसरे राउंड की सीटें अलॉट कर दी गई हैं। सेकेंड राउंड में 15,200 से ज्यादा छात्रों को एडमिशन दिया गया है। विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है।
इस साल से मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस और एमडी-एमएस कोर्स में जो भी छात्र एडमिशन लेंगे, उन्हें मनोवैज्ञानिक जांच से गुजरना पड़ेगा। इसके बाद ही उन्हें दाखिला दिया जाएगा। कॉलेज ने इस फैसले के पीछे की वजह भी बताई है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन के विकल्प अभी भी खुले हुए हैं। ऐसे छात्र जो किसी कारणवश पहले राउंड की काउंसलिंग में एडमिशन नहीं ले सके हैं, उनके पास एक और विकल्प मौजूद है। छात्र इस ऑप्शन के जरिए दाखिला पा सकते हैं।