केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर (Rajeev Chandrasekhar) ने कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas 2023) के मौके पर कांग्रेस की विचारधारा और थॉट प्रोसेस पर बड़ा सवाल उठाया है।
कारगिल विजय दिवस (kargil vijay diwas) पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्रास पहुंचे और देश की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी।
26 जुलाई 1999 के दिन पाकिस्तान के साथ कारगिल में हुए युद्ध में झारखंड के वीरों ने दुश्मनों को होसले पस्त कर दिए थे। आज यानि मंगलवार 26 जुलाई 2022 के दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देश के वीर सैनिकों और उनके परिवारजनों को किया नमन।
कारगिल युद्ध से जुड़ा एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। UPA सरकार ने 2004 से 2009 तक कारगिल विजय दिवस नहीं मनाया। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर के राज्यसभा में 2009 में उठाए गए एक सवाल से इसका खुलासा होता है।
आज पाकिस्तानी सेना की घुसपैठ को नाकाम करने वाले कारगिल विजय दिवस की 22वीं सालगिरह मनाई जा रही है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री आदि ने शहीदों को नमन करते हुए उनकी वीरता को याद किया है।
आज पाकिस्तान के खिलाफ जीत का दिन यानी कारगिल विजय दिवस है। कारगिल दिवस की 22वीं सालगिरह पर भारतीय सेना का गौरव और हौसला बढ़ाने आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बारामुला में शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। हालांकि खराब मौसम के चलते वे द्रास नहीं जा पाए।
राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। दौरे को देखते हुए घाटी में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
कारगिल विजय दिवस के 21 साल पूरे हो गए हैं। 26 जुलाई 1999 को खत्म हुए यह युद्ध दो महीने से ज्यादा चला। इसमें भारत की ओर से 527 जवान शहीद हो गए। 24 जून 1999 को टाइगर हिल पर भारतीय वायुसेना ने पहली बार लेजर गाइडेड बमों से हमला किया था। कारगिल युद्ध के बारे में कुछ फैक्ट्स बताते हैं।