ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में लगातार चार घरों (भाव) में यदि सभी ग्रह आ जाएं तो उनसे बनने वाले कुछ योगों के बारे में बताया गया है। ये योग व्यक्ति को दरिद्र और परिवारहीन बना देते हैं।
वैदिक ज्योतिष कुंडली के अनुसार सातवां घर 12 भावों में से एक बहुत महत्वपूर्ण भाव है। इस भाव से विवाह और दांपत्य जीवन से जुड़ी बातों पर विचार किया जाता है। इस घर में अगर पाप ग्रह हो या पाप ग्रहों की दृष्टि पड़ रही हो तो वैवाहिक सुख में कमी आ सकती है।
कई बार देखा जाता कि कोई व्यक्ति सब कुछ होते हुए भी कंगाल या निर्धन हो जाता है। अत्यंत परिश्रम करने पर भी उसके जीवन में दरिद्रता और परेशानियां बनी रहती हैं।
हर इंसान की इच्छा होती है कि वो जीवन में कम से कम एक बार विदेश यात्रा जरूर करे, लेकिन बहुत से लोगों की ये इच्छा सिर्फ इच्छा ही बनकर रह जाती है। आप कभी विदेश यात्रा कर पाएंगे या नहीं, इस सवाल का जवाब जन्म कुंडली देखकर पता लगाया जा सकता है।
ज्योतिष शास्त्र में कई शुभ योग बताए गए हैं। ऐसा ही एक शुभ योग है गजकेसरी। जिस व्यक्ति की कुंडली में ये योग होता है उसे उसे धन-सम्पदा, स्त्री सुख, सन्तान सुख, घर, वाहन, पद-प्रतिष्ठा, सेवक सभी प्राप्त होते हैं।
जन्म कुंडली में जब एक ही भाव में दो ग्रह साथ में हो तो शुभ-अशुभ योग बनता है। इसका प्रभाव व्यक्ति के स्वभाव व जीवन काल पर पड़ता है। जब राहु और सूर्य एक ही भाव में होते हैं तब ग्रहण योग बनता है ।
किसी भी व्यक्ति की जन्म कुंडली देखकर ये जाना जा सकता है कि उसके जीवन काल में धन की स्थिति कैसी रहेगी। यानी उसके पास धन होगा या नहीं। आज हम आपको कुछ ऐसे योगों के बारे में बता रहे हैं जो बताते हैं कि आपको किस प्रकार से धन लाभ होगा।
जन्म कुंडली में स्थित ग्रहों के आधार पर शुभ और अशुभ योग बनते हैं। इनका असर व्यक्ति के जीवन पर हमेशा बन रहता है। आज हम आपको कुंडली में बनने वाले 5 ऐसे अशुभ योगों के बारे में बता रहे हैं, जिनके कारण व्यक्ति को अपने जीवन में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
हिंदू धर्म में पुनर्जन्म की मान्यता है। हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार, मनुष्य का केवल शरीर नष्ट होता है, आत्मा अमर है। आत्मा एक शरीर के नष्ट हो जाने पर दूसरे शरीर में प्रवेश करती है, इसे ही पुनर्जन्म कहते हैं।
जन्म कुंडली से किसी भी व्यक्ति के जीवन के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है। जीवन में मिलने वाले सुख और अच्छी-बुरी घटनाओं के बारे में भी जन्म कुंडली देखकर अनुमाना लगाया जा सकता है।