कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट (Omicron Variant) ने भारत समेत दुनियाभर में दहशत पैदा की हुई है। इसी बीच एक राहत भरी खबर आई है, दरअसल, वैज्ञानिकों ने ऐसी एंटीबॉडी की पहचान की है, जो कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन और अन्य वेरिएंटों को निशाना बनाकर निष्क्रिय कर सकती है.
Coronavirus में आपकी दिवाली सेफ और हेल्दी रहे इसके लिए आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा, ताकि आप आने वाले त्याहारों को अच्छे से सेलिब्रेट कर सके और सुरक्षित रह सके।
मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने कहा, ‘हमारे मैक्रोइकॉनॉमिक फंडामेंटल, चाहे वह मुद्रास्फीति हो, चालू खाता घाटा, विदेशी मुद्रा भंडार, और अन्य सभी मेट्रिक्स स्पष्ट रूप से इंगित करते हैं कि हमारे फंडामेंटल बहुत मजबूत हैं।’
Asianet News Hindi के विकास कुमार यादव ने यूपी के आजमगढ़ जिले के शिवनारायण से बात की। उन्होंने बताया कि शुरू में एक डर की वजह से वे संक्रमित हुए। इतना ही नहीं, कोरोना से ठीक हुए तो उनकी पूरी जीभ काली हो गई थी। जानते हैं उन्होंने करीब एक महीने तक कैसे कोविड-19 से लड़ाई लड़ी?
अकाली दल और बसपा का यह प्रदर्शन राज्य की अमरिंदर सरकार के खिलाफ कोविड वैक्सीन को प्राइवेट अस्पतालों में बेचने के खिलाफ है। आरोप है कि पंजाब सरकार ने वैक्सीन सरकारी अस्पतालों की बजाय अधिक दामों में प्राइवेट अस्पतालों को दे दी है।
बीजेपी के सेंट्रल मिनस्टर फग्गन सिंह कुलस्ते ने शराब को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि शराब एक बड़ा टॉनिक है और कोरोना महामारी के समय इसे पीना बहुत जरूरी है। इसलिए आज शराब को पीने वाले बहुत लोग हैं।
पीड़िता ने हेल्थ अधिकारियों से वीडियो ककॉल में बताया कि उसकी सास इस बात से परेशान रहती थी कि कोरोना संक्रमित होने के बाद उसके फैमली मेंबर से उससे दूरी क्यों बना ली।
यह घटना हांसी कस्बे के भाटला गांव की है। जहां बहू ने पहले अपनी बुजुर्ग सास रजनी को गला घोंटकर जान से मारने की कोशिश की। इसके बाद उसे घर से बाहर निकाल दिया। महिला की यह हरकत देख जब पड़ोसी उसे समझाने के लिए पहुंचे तो उनपर भी हमला कर दिया।
साउथ के सुपरस्टार जूनियर एनटीआर (नंदमूरी तारक रामा राव) 20 मई को 38 साल के हो गए। हर साल फैन्स उन्हें विश करने उनके घर जाते है। लेकिन इस बार कोरोना लॉकडाउन की वजह से उनके घर के बाहर फैन्स इकट्ठा नहीं हो पाए। लेकिन फैन्स ने उन्हें विश करने का अनोखा रास्ता निकाला।
बाड़मेर में कोरोना संक्रमित होने के बाद एक 61 साल महिला की आंख तेज दर्द हो रहा था। जिसके चेहरे के चारों तरफ सूजन थी। डॉक्टरों ने तमाम चैकअप के बाद ब्लैक फंगस की पुष्टि की। जिसके बाद एक आंख को बाहर निकाल दिया गया।