पूरी दुनिया कोरोना की वैक्सीन का इंतजार कर रही है। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि मध्य 2021 से पहले कोरोना की वैक्सीन आने की उम्मीद नहीं है। साथ ही WHO ने जांच में प्रभावशीलता और सुरक्षा के महत्व पर बल दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को लाल किले से तिरंगा फहराया। इस दौरान उन्होंने देश को भी संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कोरोना और कोरोना वैक्सीन का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा, आज देश के हर नागरिक के मन में एक ही सवाल है कि कोरोना की वैक्सीन कब बनेगी?
दुनियाभर में 2 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। दुनिया के तमाम देश कोरोना की वैक्सीन बनाने में जुटे हैं। लेकिन इसी बीच मंगलवार को एक अच्छी खबर सामने आई है। रूस ने दावा किया है कि उसने कोरोना की पहली वैक्सीन ना सिर्फ बना ली है, बल्कि उसे रजिस्टर्ड भी कर लिया है।
वैज्ञानिकों की 140 से ज्यादा टीमें कई महीनों से रात-दिन एक कर सुरक्षित और प्रभावी टीका बनाने की कोशिश में जुटी हैं। दुनिया की अलग-अलग सरकारों की नजर सटीक वैक्सीन पर है। वैक्सीन पाने के लिए इस वक्त हर देश में होड़ है।
भारत में कोरोना वायरस के 17.6 लाख मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, कोरोना को लेकर कई तरह के दावे भी किए जा रहे हैं। अब बताया जा रहा है कि टीबी के लिए इस्तेमाल होने वाली बीसीजी वैक्सीन कोरोना के संक्रमण की दर को कम करती है।
नीता अंबानी ने अपने संबोधन में कहा, रिलायंस फाउंडेशन सरकार और स्थानीय नगरपालिकाओं की मदद से तेजी से मेगा-स्केल COVID परीक्षण के लिए काम कर रहा है। उन्होंने कहा, इस काम में जियो के डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर से बहुत ज्यादा मदद मिल रही है।
पूरी दुनिया कोरोना वायरस की चपेट में है। तमाम देश इसकी वैक्सीन बनाने में जुटे हैं। भारत में भी एक किसान का बेटा कोरोना की वैक्सीन बनाने में जुटा है। इनका नाम है डॉ कृष्णा एला। डॉ कृष्णा इल्ला ने अपने शुरुआती दिनों में एक छोटी सी लैब खोली थी। अब उन्होंने इसे बड़ी कंपनी में बदल लिया है।
कोरोना वैक्सीन COVAXIN के ह्यूमन ट्रायल की शुरुआत कई संस्थानों में हो चुकी है, लेकिन दिल्ली में एम्स के विशेषज्ञों के दल ने वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल के लिए प्रोटोकॉल में बदलाव करने की बात कही है। एम्स के रिसर्च विंग की एछिक्स कमेटी ने सैंपल सर्वे के लिए दोनों चरण में 375 की जगह 1125 स्वस्थ और स्वेच्छा से आगे आए लोगों पर परीक्षण करने की हामी है।
हैदराबाद की फार्मा कंपनी भारत बायोटेक ने कोरोना की पहली वैक्सीन तैयार कर ली है। आईसीएमआर और पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के साथ मिलकर इसे बनाया गया है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने कोवैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल को मंजूरी दे दी है। ट्रायल जुलाई में शुरू होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर की जा रहीं तैयारियों की समीक्षा के लिए हाईलेवल बैठक अध्यक्षता की। इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा, अफसरों से तकनीकी का इस्तेमाल कर बेहतर तरीके से समय पर वैक्सीन तैयार करने के लिए कहा।