निर्भया की मौत के बाद जिस तरह कानून सख्त किए गए, उससे लगा सब ठीक हो जाएगा। मगर ऐसा कुछ नहीं हुआ। दोषियों को फांसी की सजा हुई, तब फिर लगा अब लोग सुधर जाएंगे। मगर तब भी निराशा ही हाथ लगी। आंध्र प्रदेश की एक बच्ची की दर्दनाक दास्तां जानने के बाद यही लग रहा कि सिलसिला शायद रूकेगा नहीं।