गलवान में 15 जून को चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे। वीर जांबाजों में तेलंगाना के कर्नल संतोष बाबू भी शामिल थे। शुक्रवार को तेलंगाना में केसी राव की सरकार ने कर्नल संतोष बाबू के परिजनों को 5 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है।
लद्दाख के गलवान घाटी में 15 जून की रात भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसमें 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे। चीनी सैनिकों के हमले में जवान सुरेंद्र सिंह भी घायल हुए थे। उन्हें लद्दाख के सैनिक अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हें 12 घंटे बाद होश आया।
भारतीय विदेश मंत्रालय चीन को लेकर अपने रुख पर कायम है। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा, गलवान घाटी में चीन की ओर से सुनियोजित तरीके से यह हरकत की गई। इसी वजह से यह हिंसा हुई। इस हिंसा में दोनों तरफ के लोग हताहत हुए हैं।
चीन के विदेश मंत्रालय ने लद्दाख में हिंसक झड़प को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। इस दौरान चीन ने भारत के गलवान घाटी को अपना हिस्सा बताया। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन, ने कहा, गलवान घाटी हमेशा चीन की संप्रभुता का हिस्सा रहा है।
चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने भी सोमवार को लद्दाख की गलवान घाटी में भारत के साथ झड़प की पुष्टि तो की है, मगर आधिकारिक तौर पर सैनिकों के मारे जाने की जानकारी नहीं दी।
लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन की सेनाएं कुछ पीछे हट गई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक चीनी सेना 2 किमी और भारतीय सेना अपनी जगह से 1 किमी पीछे हटी है। वहीं, दोनों देशों के बीच 6 जून को सैन्य अफसरों की बैठक होनी है।