रेल मंत्रालय (Railway Ministry) ने ओडिशा ट्रेन हादसे (Odisha Train Accident) से सबक लेते हुए सुरक्षा अभियान शुरू किया है। इस दौरान सिग्नलिंग उपकरणों और रिले रूम्स की जांच होगी।
ओडिशा ट्रेन हादसे का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो हादसे के चंद सेकंड पहले का है।
ओडिशा ट्रेन एक्सीडेंट को गुजरे बेशक एक हफ्ता हो चुका है, लेकिन अपनों को खोने वाली फैमिली अभी भी परेशान हैं। जिन शवों को लेकर अब तक कोई क्लेम नहीं हुआ, उन्हें भुवेश्वर के एम्स में रखा गया है।
ओडिशा का बड़ा ट्रेन हादसा (Odisha Train Accident) किसी एक खास हिंदुस्तानी की दर्द नहीं है बल्कि यह उन करोड़ों लोगों की पीड़ा है, जिन्होंने अपनों को भले नहीं खोया लेकिन अपने जैसों का दर्द देखा है।
बालासोर के बहानगा बाजार में हुई इस दुर्घटना में कम से कम 275 लोगों की मौत हो गई। जबकि 900 से अधिक लोग घायल हैं।
ओडिशा के बालासोर में ट्रिपल ट्रेन एक्सीडेंट में कई ऐसे परिवार थे जो हमेशा के लिए खत्म हो गए। वहीं जो लोग इस एक्सीडेंट के शिकार होने बाद जिंदा बचे हैं वह अपने आप को भाग्यशाली समझ रहे हैं। ट्रेन हादसे के 48 घंटे बाद एक शख्स जिंदा मिला है।
कांग्रेस ने दावा किया कि ओडिशा में हुई ट्रेन दुर्घटना के बाद रेलवे का सफर सुरक्षित नहीं रह गया है। इसलिए पैसेंजर्स अपनी रेल यात्रा की टिकटें कैंसिल करा रहे हैं। अब आईआरसीटीसी ने कांग्रेस के दावे को खारिज किया है।
ओडिशा के बालासोर में 2 जून को हुए भीषण रेल हादसे के बाद पीड़ितों की मदद के लिए देश के कई दिग्गज अमीर मदद को आगे आए हैं। इनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी और नीता अंबानी भी शामिल हैं।
भयानक ओडिशा ट्रेन दुर्घटना के कुछ दिनों बाद, जिसमें 275 लोग मारे गए और 1,200 से अधिक घायल हो गए, कर्नाटक में रेलवे पटरियों पर पत्थर रखने वाले एक बच्चे का वीडियो अब ट्विटर पर वायरल हो गया है।
ओडिशा के बालासोर में 2 जून को हुए भारत में 20 साल के इतिहास के सबसे बड़े रेल हादसे ने कई परिवारों पर वज्रपात किया है। ये तस्वीर उस अभागी मां की है, जिसे बड़ी मुश्किल समझाया जा सका कि उसका बेटा अब दुनिया में नहीं रहा।